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बहराइच:जन सांस्कृतिक एवं सामाजिक विकास संस्थान ने थारू जनजाति के ग्राम वासियों के साथ दीपोत्सव का त्योहार मनाया



सलमान असलम 

बहराइच:जन सांस्कृतिक एवं सामाजिक विकास संस्थान द्वारा जनपद बहराइच के मिहिपुरवा ब्लाक के थारू जनजाति बाहुल्य ग्राम बलाई में सभी ग्राम वासियों के साथ दीपोत्सव एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री अशोक कुमार जी पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में थाना प्रभारी प्रस्तुत हुए।

बलाई गांव की थारू जनजाति की बालिकाओं के समूह द्वारा इस आयोजन के उपलक्ष एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई, जो बहुत ही सराहनीय रही । 


संस्थान के अध्यक्ष जसवीर सिंह एवं सचिव गौरव शर्मा के द्वारा कुछ सम्मानित राशि बच्चो को उपहार स्वरूप दी गई। संस्थान के पदाधिकारियों के द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी ग्राम वासियों को मिठाइयां मिट्टी के दिए, तेल, बाती, एवं सभी बालक बालिकाओं को पटाखे वा मिस्ठान दिए गए। 


मुख्य अतिथि ने कहा कि "जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना, अंधेरा धरा पर कही रह न जाए" इन पंक्तियों के माध्यम से ये दीपोत्सव पर्व पर संदेश दिया की की प्रत्येक मनुष्य के जीवन में कभी भी किसी भी प्रकार का तम अगर निर्मूल करना है तो मिट्टी के जलते हुए दीपक से हमे एक सकारात्मक और ऊर्जावान प्रेरणा लेनी चाहिए।


 बहराइच जनपद के अंतरराष्ट्रीय सीमा पार बसे अंतिम गांव में इस प्रकाश उत्सव को आयोजित करने का मुख कारण है वो ये है को समाज में अंतिम व्यक्ति के पास भी वो सभी तरह की सुविधाएं एवं साधन होनी चाहिए की जो नगरीय क्षेत्र में रहने वाली जनता के पास होता है तभी हम अंत्योदय के लक्ष्य को सत प्रतिशत प्राप्त के पाएंगे।


 संस्थान के सचिव गौरव शर्मा जी ने सभी ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए दीपोत्सव की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी और अति पिछड़े थारू जनजाति बाहुल्य ग्राम के निवासियों को पारंपरिक कला कौशल को राजधानी एवं अन्य प्रदेशों में प्रस्तुत करने के लिए मार्गदर्शन दिया और सरकार द्वारा जनजातीय समाज के लिए संचालित योजनाओं का लाभ प्रदान करने आश्वासन दिया। 


कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्रबंधक जगदीश केशरी  ने किया एवं संस्थान के संयोजक शिवम सिंह ने इस आयोजन की सारी व्यवस्था को संपन्न करने में अपनी महती भूमिका निभाई। विशेष सहयोग के लिए जतिन यज्ञसेनी एवं मानस यज्ञसेनी के हार्दिक धन्यवाद अर्पित किया।

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