गोण्डा। सरयू नहर में किसान की लगभग एक करोड रूपये की भूमि सरयू नहर द्वारा अधिग्रिहीत कर ली गयी। विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी द्वारा प्रतिकर के रूप में रूपये एक करोड की जगह लाखो रूपये किसान को देना चाहते हैं।
इसमें भी इन्ही के विभाग का एक पटल सहायक वर्षो से प्रतिकर देने में आना काना कर रहा है। मोटी रकम रिश्वत मांग रहा है।कुछ रिश्वत की रकम ले भी चुका है।
मामला गोन्डा के एसएलओ कार्यालय से जुडा है। किसान कृष्ण मोहन शुक्ल, निवासी -अधीनपुर मजरा संगमपुरवा केराडीह तहसील उतरौला जिला बलरामपुर की करोड रूपये की भूमि से जुडा है।
किसान का आरोप है कि काफी कीमती भूमि का क ई गाटा संख्या की भूमि का रकबा नहर विभाग जो सरयू नहर खंड- 2 ने अधिग्रिहीत कर लिया।
इसके बाद कार्यालय विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी गोन्डा के कार्यालय से 7 मई 2022 को प्रतिकर वितरण नोटिस भेजा गया जिसमें मुवायजे के रूप में कुल 45 लाख 32 हजार 873 रूपये देने की बात लिख कर भेजा गया।
जबकि यह धनराशि काफी कम थी। जब किसान एस एल ओ आफिस गोन्डा में पहुंचा तो विभाग में यह पटल देख रहा लिपिक पंकज सिंह ने कहा कि इसमें रिश्वत देना पडेगा तब भुगतान होगा।
किसान का आरोप है कि अपनी भूमि नहर विभाग में गवां चुके परेशान किसान से 16 हजार 500 रूपये पटल सहायक पंकज सिंह ने ले भी रकम दिलाने के बदले अपने एक सहयोगी की मिली भगत से ले लिया ।
इसके बाद भी आरोप है कि यह बाबू कई महीनो से दौडा रहा है। कह रहा है कि एक लाख रूपये दोगे तभी भुगतान होगा। परेशान किसान विभाग का चक्कर लगाते लगाते थक गया ।
इसके बाद भी अभी तक भुगतान नहीं किया गया। परेशान किसान कृष्ण मोहन शुक्ल ने डीएम डा0 उज्जल कुमार को शिकायती पत्र देकर रिश्वतखोर बाबू पंकज सिंह की शिकायत करते हुए अपनी भूमि के बदले सरकारी मुवाअजा दिलाने की गुहार लगायी है।
आरोप है कि लिपिक के सहयोगी जिसके माध्यम से आरोपी पंकज सिंह ने मुआवजे की रकम दिलाने का आश्वासन दिया। काफी दिन दौडते हो गया काम नहीं हुआ। उसी कार्यलय के अन्य कर्मचारी का रिश्वत मांगने का आडियो भी शिकायत कर्ता के पास मौजूद है।
इस मामले में विशेष भूमि अध्यप्ति अधिकारी /सिटी मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता से सम्पर्क किया गया तो उन्होने बताया कि पीडित किसान के भूमि के बदले लगभग 46 लाख रूपये का टोकन जनरेट हो गया है।
मैं एक दो दिन में भुगतान कर दूंगा। वही रिश्लतखोर आरोपी लिपिक पंकज सिंह तथा उसके सहयोगी जिसके माध्यम से किसान से उसके रूपये भुगतान कराने के मामले में हजारो रूपये रिश्ववत लिया गया है तथा और अधिक रूपये मांग कर किसान को परेशान किया जा रहे है।
शिकायत मिलने पर ऐसे कर्मचारी पर कडी कार्यवाई कराते हुए जांचोपरान्त निलंबित भी किया जायेगा।
इसके बारे में पीडित किसान विनोद कुमार,कृष्ण मोहन शुक्ला,कैलाश नाथ आदि को नोटरी शपथपत्र व अन्य साक्ष्य भी देने होगे।
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