गोंडा:बीजेपी के पूर्व विधायक और ईएमओ के बीच छिड़ी जंग में आया नया मोड़, विधायक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने के बाद जानिये क्या हुआ आगे | CRIME JUNCTION गोंडा:बीजेपी के पूर्व विधायक और ईएमओ के बीच छिड़ी जंग में आया नया मोड़, विधायक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने के बाद जानिये क्या हुआ आगे
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गोंडा:बीजेपी के पूर्व विधायक और ईएमओ के बीच छिड़ी जंग में आया नया मोड़, विधायक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने के बाद जानिये क्या हुआ आगे



 गोंडा:महिला अस्पताल के एक डॉक्टर और बीजेपी के पूर्व विधायक के बीच छिड़ी जंग में बड़ा मोड़ आ गया।आरोप प्रत्यारोप का जारी दौर एक ही झटके में समाप्त हो गया है। बता दे कि डॉक्टर ने पूर्व विधायक के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, जान से मारने की धमकी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। जबकि पूर्व विधायक के समर्थक ने डॉक्टर पर विधायक के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए नगर कोतवाली में तहरीर देकर डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग की गई थी।

गोंडा जिला मुख्यालय स्थित महिला चिकित्सालय के डॉक्टर पर आए दिन धनउगाही के आरोप लगते रहते हैं। अपनी कार्यशैली को लेकर महिला अस्पताल हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। इसी तरह नगर कोतवाली के रूद्रपुर बिसेन गांव निवासी शेखर सिंह ने महिला अस्पताल के ईएमओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने अपनी पत्नी को प्रसव के लिए 25 अगस्त को महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। प्राइवेट वार्ड लेने के लिए ईएमओ को डॉ रश्मि शर्मा को एक प्रार्थना पत्र दिया था। आरोप था कि प्राइवेट वार्ड देने और बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर ने 5 हजार रुपये मांगे। जब प्राइवेट वार्ड नहीं मिला, तो मजबूर होकर जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया था। यही नहीं शेखर सिंह के पिता रमेश सिंह ने भी बताया था कि डॉ रश्मि की सहयोगी एक महिला ने सकुशल डिलीवरी के लिए 5 हजार रुपये की मांग है। इनका कहना था कि हमने पूर्व विधायक से पैसा कम करने के लिए फरियाद लगाई थी। तब मेरे कहने पर पूर्व विधायक तुलसीदास राय चंदानी अस्पताल पहुंचे और अनावश्यक पैसा मांगने के संबंध में पूछताछ करने लगे। उनकी बातों को ना सुनकर डॉक्टर लेबर रूम में चली गई। बयोवृद्ध विधायक को बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं दी गई।

 बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम योगी से जांच की मांग

जिससे 88 वर्षीय पूर्व विधायक तुलसीदास राय चंदानी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पूरे प्रकरण की शासन स्तर से जांच कराए जाने की मांग किया। विधायक ने आरोप लगाया कि जब हमने पत्र लेकर डॉक्टर रश्मि वर्मा से प्राइवेट वार्ड देने के लिए कहा तो उन्होंने हमारा पत्र फेंक दिया। पैसा ना देने की वजह से शेखर सिंह की पत्नी को प्राइवेट वार्ड नहीं मिला। 

विधायक से माफी मांगने की पेशकश

पूर्व विधायक तुलसीदास राय चंदानी के अनुसार दूसरे दिन नगर कोतवाली से फोन आया कि डॉक्टर रश्मि शर्मा ने आपके ऊपर मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दिया है।  यदि आप माफी मांग ले तो मामला रफा दफा कर दिया जाए। अन्यथा मुकदमा लिखकर गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर दबाव है। विधायक का कहना है कि मेरे द्वारा डॉक्टर के साथ कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया था। सिर्फ एक कार्यकर्ता की जायज मांग को पूरा करने का अनुरोध किया गया था। फिर विधायक ने माफी मांगने के सलाह से इनकार कर दिया। विधायक ने बताया था कि मेरे खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर मुझे अपराधी बनाने की कोशिश की गई। उन्होंने शासन स्तर से टीम गठित कर पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग किया है।

मुकदमा समाप्त

मामले नगर कोतवाली में डॉक्टर रश्मि शर्मा के तहरीर पर पूर्व विधायक तुलसीदास राय चंदानी के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पूरे प्रकरण की जांच विवेचना वरिष्ट उप निरीक्षक दानवीर सिंह के शुरू कर दी गई थी । मामले में विवेचना के दौरान डॉक्टर रश्मि वर्मा ने स्व लिखित पत्र देकर मुकदमे में किसी भी प्रकार की कार्यवाही न करने को लेकर स्वलिखित पत्र दिया,जिसके उपरांत विवेचक के द्वारा मुकदमा की विवेचना समाप्त कर दी गई।

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