अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर: भारत नेपाल सीमा पर तैनात पुलिस कर्मियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का दोस्तो संग घूमने जा रहे यात्री ने आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
जनपद के ही ललिया थाना क्षेत्र के कोड गांव निवासी
नकल तहरीर हिन्दी वादी सेवा में प्रभारी थानाध्यक्ष हकीम खान पुत्र अब्दुल हलीम खान ने जरवा पुलिस में दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि 1 सितंबर के दोपहर वह अपने दोस्तों के साथ कार में सवार होकर कोयला वास जा रहा था। जाने के दौरान बॉर्डर पार नही करने दिया गया। उसके बाद यात्री अपने दोस्तो के साथ वापस आ रहा था, तो अचानक पलटी होने के कारण गाडी रोक दिया।
जिसके बाद भ्रष्ट्राचार में लिप्त एक सिपाही मोटरसाइकिल पीछा करते हुए आ पहुंचा।आकर पूछताछ करने वाले सिपाही का नाम राजु यादव है जिसने फोन करके एक अन्य सिपाही को बुलाया । दोनो सिपाही यात्रियों को थाने ले गये थाने के बाहर एक से दो घन्टा बिठाए रखा। उसके बाद सिपाही पीड़ित से 50,000 रुपाये मागने लगा। पीड़ित ने कहा साहब हमारे पास इतने पैसे नही है। तो हमने किसी तरह सिपाही को 28,000 रुपये दिये, जिसमे 4000 रुपये नगद और 24,000 रुपये फोन के माध्यम से दिया। सिपाही ने पैसा लेने के बाद तकरीबन 5.30 बजे यात्री दोस्तों को दिया।
शिकायतकर्ता के शिकायती पत्र पर जरवा पुलिस ने एक नामजद सहित दो सिपाहियों के विरुद्ध भ्रष्ट्राचार निवारण अधिनयम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
सिपाही गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने बताया कि कार से सवार होकर पीड़ित अपने दो मित्रो के साथ घूमने के लिए नेपाल जा रहा था, एसएसबी के द्वारा उन्हें बॉर्डर से लौटा दिया गया । इसके बाद रास्ते में दो सिपाही मिले उन्होंने पीड़ित यात्रियों से रुपए वसूले, मामले की जांच के दौरान पाया गया कि जरवा थाना में तैनात आरोपी सिपाहियों ने एक कंप्यूटर सेंटर संचालक के पीटीएम खाते में 24 000 हजार रुपए लिए हैं, जबकि एक परचून व्यवसाई के पेटीएम खाते में 4000 रुपए लिए हैं । जांच के उपरांत दोनों सिपाहियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
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