पं श्याम त्रिपाठी
गोंडा:8 मार्च को बेटी की शादी के लिए घर वाले जोर-जोर से तैयारी में जुटे हुए थे, बारात आने से 9 दिन पहले वर पक्ष की बातें सुनकर लड़की पक्ष के लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई। शादी की सारी तैयारियां लगभग पूरी हो गई थी, नात रिश्तेदारों को शादी का कार्ड बांटा जा चुका था, जिसके बाद वर पक्ष के कारनामे से वधू पक्ष के सारे अरमान धरे के धरे रह गए। मामले में पीड़ित पिता ने पुलिस अधीक्षक से जनसुनवाई में गुहार लगाई। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया।
गोंडा जनपद के नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले एक पिता ने अपने पुत्री का विवाह 6 माह पहले थाना क्षेत्र के रहने वाले बसंत कुमार से तय किया था। होने वाले दूल्हे ने अपने घर वालों व रिश्तेदारों के साथ लड़की को देख सुनकर पसंद किया था, इसके बाद वरीइच्छा का कार्यक्रम भी संपन्न कराया गया था। तब लड़की अपने होने वाले पति से फोन पर बातचीत करते हुए मुलाकात भी करने लगी थी। आगामी 8 मार्च को शादी की तिथि निर्धारित की गई थी। दूल्हे को बारात लेकर आना था। शादी की तैयारी को लेकर पीड़ित पिता ने पूरा इंतजाम कर लिया था। पीड़ित पिता का आरोप है कि 28 फरवरी को वर पक्ष के लोगों ने तय हुए दान उपहार के अतिरिक्त चार पहिया वाहन और दो लाख रुपए नगद की मांग किया। अतिरिक्त मांग पूरी कर पाने में असमर्थता जताने पर होने वाले दूल्हे व उनके माता-पिता ने शादी करने से इनकार कर दिया।
पीड़ित पिता का यह भी आरोप है कि उसने अपने सगे संबंधियों को शादी का कार्ड वितरित कर दिया था। आरोप है कि विपक्षी को मनाने के लिए बहुत प्रयास किया लेकिन वे मानने को तैयार नहीं है, अपशब्दो का प्रयोग करते हुए जान माल की धमकी देते हैं। पीड़ित पिता का आरोप है कि विपक्षी का शादी से इंकार करने से उसकी सामाजिक छवि धूमिल हुई है।
मामले में नवाबगंज पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।
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