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अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप, मौत के बाद भी होता रहा इलाज, 7 दिन पहले अस्पताल में हो चुकी थी मौत, परिजनों ने काटा जमकर हंगामा



उत्तर प्रदेश के बहराइच में प्रतिष्ठित अस्पताल प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगे है, दुर्घटना में घायल युवक के मौत के बाद सप्ताह भर इलाज के नाम पर वसूली होती रही। परिजनों का आरोप है कि दुर्घटना के बाद युवक की मौत हो गई थी, लेकिन डाक्टरों ने इलाज के लिए शव को आईसीयू में भर्ती रखा।

बीती रात हॉस्पिटल प्रबंधक के खिलाफ आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनो ने जमकर हंगामा काटा। हंगामे की सूचना मिलने से पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। जानकारी मिलने के महज कुछ ही देर बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। देर रात में समझा बुझा कर परिजनों को शांत कर आया। 

आईसीयू में भर्ती:सड़क दुर्घटना में बड्डे गंभीर रुप से घायल हो गया था जिसे स्थानीय लोगों के सहयोग से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना की जानकारी पाकर परिजन जब तक अस्पताल पहुंचते तब तक घायल युवक को अस्पताल के icu में भर्ती कर दिया गया। परिजनों का आरोप की युवक के icu में होने के दौरान परिजनों को देखने भी नहीं दिया गया। 

खेत बेचकर जमा किया रुपया: मृतक की पत्नी रेशमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल पहुंचने पर रुपए की मांग की गई, तब खेत बेचकर 900000 रुपए से ऊपर नगद जमा किया गया। अस्पताल प्रशासन द्वारा केवल बेड के नाम पर प्रतिदिन 14000 रुपए की वसूली की जाती थी, जिसमें दवा का दाम शामिल नहीं होता था। 

एक लाख 70 हजार की मांग: मृतक की पत्नी का आरोप है कि डॉक्टर ने फिर 170000 रुपए जमा करने के लिए कहा, बताया कि गले में ऑपरेशन करना है। तब ऑपरेशन करवाने से मना कर दिया गया। तब चिकित्सकों ने खून मांग की।

खून नहीं चढ़ाने का आरोप: मृतक के पत्नी का आरोप कि 6 यूनिट खून देने के बावजूद सिर्फ एक यूनिट खून चढ़ाया गया। बचा हुआ खून अस्पताल प्रशासन ने स्वयं रख लिया।

मृतक के शव का होता रहा इलाज: मृतक की पत्नी का आरोप है कि एक सप्ताह पहले उसके पति की मौत हो गई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन मृतक के शव का इलाज करता रहा। मृतक का शव मांगने पर देने से मना कर दिया गया। कहा गया कि अस्पताल में युवक है, तब तक वह जिंदा है। 

ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन: मामले की जानकारी गांव में पहुंची तो ग्रामीणों की भारी के जमा हो गई, अस्पताल प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि अस्पताल को सीज किया जाए, मृतक के परिजनों का सारा खर्च उठाया जाए।

होगी जांच:मामले में अधिकारियों के आश्वासन के बाद आक्रोशित परिजन मान गए, प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि पूरे मामले में टीम गठित करके निष्पक्ष जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के उपरांत कार्रवाई की जाएगी।


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