आगरा में प्रॉपर्टी विवाद ने परिवार को जलाया-मां ने बेटा-बहू को जहर देकर मारने की रची थी साजिश, पुलिस ने चार को किया गिरफ्तार।
"लड्डू मौत का बन गया स्वाद" - जब मां ही बन गई बेटे की कातिल! आगरा में चौंकाने वाली वारदात
आगरा।एक मां की ममता तब दरक जाती है, जब लालच उसकी आंखों पर पर्दा डाल दे। आगरा के आजमपाड़ा में एक ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रॉपर्टी के बंटवारे की जंग में एक मां ने अपने ही बेटे-बहू को ज़हर खिलाकर मौत के घाट उतार दिया – और सबसे खौफनाक बात ये कि इस साजिश में मां के बड़े बेटे और बहू ने उसका साथ भी दिया।
सुबह थे ज़िंदा, दोपहर में मिलीं लाशें
घटना चार दिन पहले की है। चांदी के गहनों का काम करने वाला वीरू और उसकी पत्नी डॉली सुबह तक मोहल्ले वालों को सामान्य दिखे थे। लेकिन जब दोपहर 3 बजे तक दोनों बाहर नहीं आए, तो लोगों ने दरवाजा खटखटाया। जवाब न मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया .. अंदर का मंजर किसी को भी सन्न कर देने वाला था।
वीरू और डॉली दोनों बेहोश हालत में मिले, मुंह से झाग निकल रही थी। पास में उनका नवजात बच्चा बेसुध पड़ा था। पहले तो इसे घरेलू कलह से जुड़ी आत्महत्या माना गया, लेकिन सच इससे कहीं ज्यादा खौफनाक था।
मरने से पहले छोड़ा था आखिरी सबूत
वीरू ने दम तोड़ने से पहले अपने साले संदीप को एक वॉयस मैसेज भेजा था। उसमें उसने खुलासा किया कि उसकी मां और भाई-भाभी ने लड्डू में ज़हर मिलाकर उसे और डॉली को खिलाया है। यही ऑडियो पुलिस के लिए सबसे बड़ा सुराग बन गया।
बेटी का जन्म बना वजह - बहू बनी बोझ
डॉली के भाई संदीप के मुताबिक, जब बहन गर्भवती थी, तब भी घर में किसी ने उसका ख्याल नहीं रखा। बच्ची के जन्म के 19 दिन बाद ही ये खौफनाक वारदात हो गई। डॉली अकेले ही घर का सारा काम करती थी : सास, जेठानी और ननद का रवैया बेहद अमानवीय था।
बंटवारे की आग में झुलस गया परिवार
वीरू का पुश्तैनी घर और उसका चांदी का कारखाना उसके बड़े भाई राम और टीटू की आंखों में खटकता था। मां चाहती थी कि संपत्ति का बड़ा हिस्सा उनके पास जाए, जबकि वीरू इससे असहमत था। इसी बात ने घर को युद्धभूमि में बदल दिया, और अंततः मां ने लालच में आकर अपने ही बेटे-बहू की जान लेने की योजना बना डाली।
पुलिस ने ऐसे खोला राज: चार आरोपी गिरफ्तार
पुलिस कमिश्नर सोनम कुमार के मुताबिक, वीरू के साले ने जो सबूत दिए, उनकी जांच के बाद पुलिस ने वीरू की मां, बड़े भाई, भाभी और एक और छोटे भाई को गिरफ्तार कर लिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि हत्या का तरीका बेहद शांत और सोच-समझकर चुना गया – लड्डू में ज़हर मिला कर 'प्रसाद' की शक्ल में परोसा गया था।
बिसरा को सुरक्षित रखा गया है और फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
"मां ही बन गई मौत की सौदागर!"
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, एक परिवार के आत्मिक पतन की कहानी है। जहां मां जैसे शब्द की गरिमा को ही कुचल दिया गया। संपत्ति की हवस ने रिश्तों को इस हद तक गिरा दिया कि मां ने बेटे को और भाभी ने देवर को मौत का स्वाद चखा दिया।
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