गोंडा के कटरा बाजार क्षेत्र में अवैध खनन पर जिला प्रशासन का शिकंजा, देर रात दबिश के दौरान टीम पर पथराव, दो ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक लोडर जब्त। मुख्य आरोपी सहित कई के खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू।
अवैध खनन पर जिला प्रशासन का शिकंजा: देर रात छापेमारी में पथराव, दो ट्रैक्टर-ट्रॉली व एक लोडर सीज
कृष्ण मोहन
गोंडा।जिले में अवैध खनन पर जिला प्रशासन का बड़ा एक्शन देखने को मिला है। रविवार रात करीब 11:30 बजे खनन विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना कटरा बाजार क्षेत्र के ग्राम रूपनपुरवा, मौजा देवा परसिया (तहसील करनैलगंज) में दबिश दी। इस दौरान अवैध खनन में लिप्त माफियाओं ने टीम पर पथराव कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस बल की मुस्तैदी ने हालात को काबू में कर लिया।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि उक्त क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध मिट्टी खनन का धंधा चल रहा है। प्रशासन ने इस पर संज्ञान लेते हुए विशेष योजना बनाई। तय रणनीति के तहत रविवार रात खनन अधिकारी डॉ. अभय रंजन के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया और अचानक छापेमारी की गई।
छापेमारी के दौरान अवैध खनन करते पाए गए लोगों ने टीम पर पथराव कर भगदड़ मचाने की कोशिश की, लेकिन मौके पर पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और स्थिति को बिगड़ने से बचा लिया। इसके बाद खनन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए मौके से दो ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक ट्रैक्टर-लोडर जब्त कर लिया।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इन वाहनों का प्रयोग अवैध रूप से खनिज पदार्थों के ढुलान में किया जा रहा था। पकड़े गए वाहनों और व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
मुख्य आरोपी समेत कई के खिलाफ एफआईआर
घटनास्थल से तेजनारायण मिश्रा नामक व्यक्ति को अवैध खनन का मुख्य आरोपी माना गया है। उनके साथ ही वाहन चालकों विकास बाबू, पिंटू दीक्षित और देवेंद्र कुमार तिवारी की भी संलिप्तता उजागर हुई है। सभी के खिलाफ खनन अधिनियम और अन्य धाराओं में विधिक कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से अवैध खनन में संलिप्त अन्य लोगों में भी हड़कंप मच गया है।
खनन अधिकारी डॉ. अभय रंजन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, "जिले में किसी भी कीमत पर अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। जो भी इसमें लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।"
जिला प्रशासन सख्त, भविष्य में भी जारी रहेगा अभियान
जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि भविष्य में भी इसी तरह से सघन छापेमारी अभियान चलते रहेंगे। खनन अधिकारी ने बताया कि अवैध खनन से न सिर्फ सरकारी राजस्व को भारी क्षति होती है, बल्कि इससे प्राकृतिक संसाधनों का भी अंधाधुंध दोहन होता है, जो भविष्य में गंभीर संकट पैदा कर सकता है।
प्रशासन ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि किसी भी व्यक्ति ने अवैध खनन गतिविधियों में सहयोग किया या संरक्षण दिया, तो उसके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
क्षेत्रीय जनता में बढ़ी उम्मीदें
इस कार्रवाई के बाद क्षेत्रीय जनता में प्रशासन के प्रति उम्मीदें और भरोसा बढ़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से क्षेत्र में अवैध खनन का खेल चल रहा था, लेकिन अब जाकर पहली बार इतनी सख्त कार्यवाही देखने को मिली है। लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की छापेमारी अभियान निरंतर जारी रहें ताकि खनन माफियाओं पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।
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