गोंडा के रैगांव गांव में नवविवाहिता पूजा ने संदिग्ध हालात में फांसी लगाकर जान दे दी। पति हैदराबाद में मजदूरी कर रहा था। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
छत के हुक से झूलती जिंदगी: तीन दिन पहले मायके से लौटी नवविवाहिता ने चुन लिया मौत का रास्ता
कृष्ण मोहन
गोंडा।रविवार की रात जब पूरा गांव गहरी नींद में था, तब रैगांव गांव के एक छोटे से घर में चुपचाप एक जिंदगी सिसक रही थी। 25 वर्षीय नवविवाहिता पूजा, जिसने कुछ महीनों पहले बड़े अरमानों से अपने सपनों का घर बसाया था, आज छत के हुक से साड़ी का फंदा बनाकर झूल गई।
सुबह की पहली किरण के साथ जब जेठानी ने दरवाजे पर दस्तक दी, तो भीतर गहरा सन्नाटा पसरा मिला। कई बार आवाज देने के बाद भी कोई जवाब ना आया। जब दरवाजे को जोर से धक्का दिया गया, तो वह खुलते ही दर्दनाक सच सामने आ गया, पूजा फंदे से झूल रही थी।
घटना की सूचना मिलते ही गांव में मातम छा गया। पड़ोसियों ने इटियाथोक पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताया जाता है कि घटना के वक्त घर में कोई नहीं था। पूजा का पति सज्जन सिंह हैदराबाद में मजदूरी कर परिवार के सपनों को संजोने में जुटा था।
पूजा की शादी 2024 में धूमधाम से हुई थी, लेकिन अब तक उनकी गोद सूनी थी। तीन दिन पहले ही वह मायके, भभुआ चौकी क्षेत्र से ससुराल लौटी थी।
घर में अब कोई बुजुर्ग भी नहीं बचा था,सास-ससुर की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी।
पूरी घटना ने गांव में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर किस दर्द ने पूजा को ऐसा कदम उठाने पर मजबूर किया? क्या वह तन्हाई से हार गई थी या कोई अनकही पीड़ा उसे भीतर ही भीतर तोड़ रही थी?
सूचना पाकर फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर साक्ष्य जुटाए हैं। वहीं, मृतका के मायके पक्ष को सूचना दे दी गई है।
इटियाथोक कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शेषमणि पांडे ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है।
फिलहाल, पूजा के कमरे में पसरा सन्नाटा और दीवारों पर टंगी उसकी अधूरी मुस्कान, घरवालों के लिए एक न भरने वाला जख्म बन गई है।
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