बलरामपुर में लापता महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने HDFC बैंक के कर्मचारी को गिरफ्तार किया। चार साल पुराने प्रेम संबंध ने ले ली जान। पढ़िए पूरी कहानी।
गुमशुदा महिला की हत्या का सनसनीखेज खुलासा, HDFC बैंक कर्मी गिरफ्तार
अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर: 4 अप्रैल 2025: यूपी के बलरामपुर जिले में एक गुमशुदा महिला की हत्या का मामला न सिर्फ पुलिस की तेज़ी से जांच का नतीजा रहा, बल्कि यह मामला रिश्तों में छिपे जहर और विश्वासघात की भी एक डरावनी तस्वीर बनकर सामने आया है।
मामला तब उठा जब 2 अप्रैल को सिविल लाइन निवासी मदन कुमार आर्य ने अपनी पत्नी विनीता सरोज के लापता होने की सूचना थाना कोतवाली नगर में दी। पहले तो मामला एक सामान्य गुमशुदगी जैसा लगा, लेकिन जैसे-जैसे पुलिस जांच आगे बढ़ी, रिश्तों के अंधेरे राज खुलने लगे।
सीसीटीवी और सोशल मीडिया की मदद से बड़ा खुलासा
गुमशुदगी की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर कई टीमें गठित की गईं। अपर पुलिस अधीक्षक नम्रिता श्रीवास्तव और क्षेत्राधिकारी नगर ज्योतिश्री के नेतृत्व में गठित टीम ने विनीता के घर और आसपास के रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, सोशल मीडिया की मदद ली, और संदिग्धों से पूछताछ की।
इसी दौरान पुलिस की नजर एक शख्स पर पड़ी — HDFC बैंक में सेल्स ऑफिसर के पद पर कार्यरत उमेश कुमार राव। उसकी गतिविधियाँ संदिग्ध लगीं, तो उसे हिरासत में लिया गया। और जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तब जो राज सामने आया, वह दिल दहला देने वाला था।
चार साल का रिश्ता बना मौत की वजह
उमेश ने कबूल किया कि उसका विनीता से पिछले चार वर्षों से रिश्ता था। यही नहीं, विनीता ने ही उमेश की शादी कराई थी, जिससे उसका एक बच्चा भी है। लेकिन हाल के दिनों में जब विनीता ने दूरी बनानी शुरू की और किसी और से नज़दीकी की बातें सामने आईं, तो उमेश के भीतर पनप रहा संदेह और गुस्सा ज़हर बन गया।
1 अप्रैल को उमेश ने विनीता को घूमने के बहाने बुलाया और अपनी ब्रेजा कार (नं UP47 Y 6794) से उसे गोंडा के खरगूपुर क्षेत्र के एक सुनसान पुलिया के पास ले गया। वहां उसने विनीता के ही दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया और शव को पुल के नीचे फेंक दिया।
सबूत के साथ गिरफ्तारी
उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने विनीता का शव बिसुही नदी के पास पुल के नीचे से बरामद कर लिया। हत्या में प्रयुक्त सफेद रंग की मारुति ब्रेजा कार, दुपट्टा, और अभियुक्त का मोबाइल फोन भी बरामद किया गया। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर उमेश को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गिरफ्तारी में शामिल टीमें:
कोतवाली नगर टीम में प्रभारी निरीक्षक शैलेश सिंह,उप निरीक्षक अजीत त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल सभाजीत यादव, राकेश कुशवाहा, शशिकुमार यादव,कांस्टेबल विनीत कुमार, सर्विलांस टीम में प्रभारी उप निरीक्षक करमवीर सिंह,कांस्टेबल अखिलेश कुमार, शिवसागर, श्यामजी शुक्ला शामिल रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ