मंदिर से प्राचीन मूर्तियाँ चोरी, 3 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
रायबरेली के शिवगढ़ में मंदिर से राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियाँ चोरी हो गई थीं। पुलिस ने 3 चोरों को गिरफ्तार कर मूर्तियाँ बरामद कर लीं।धार्मिक स्थलों को भी अब चोरों की नजरों से नहीं बचाया जा पा रहा, लेकिन रायबरेली पुलिस की सतर्कता और सूझबूझ से इस बड़े मामले का खुलासा जल्द कर लिया गया। अब पुलिस इन अभियुक्तों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है। जानें पूरी घटना।
रायबरेली, 4 अप्रैल 2025 – रायबरेली के शिवगढ़ क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन कुटी मंदिर से भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियाँ चोरी होने की घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया था। इस धार्मिक अपराध का पुलिस ने आज सनसनीखेज खुलासा करते हुए तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का पृष्ठभूमि:
26 मार्च को जब मंदिर की पुजारिन, जो वर्षों से इस मंदिर की सेवा कर रही हैं, पूजा करने पहुँचीं तो देखा कि मंदिर की तीनों पवित्र मूर्तियाँ गायब थीं। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। चूंकि मामला धार्मिक आस्था से जुड़ा था, स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया और पुलिस पर दबाव बना कि जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ा जाए।
मुखबिर की सूचना और चौंकाने वाला खुलासा:
पुलिस अधीक्षक के निर्देश और एसओजी व सर्विलांस टीम की मेहनत के चलते तीन अभियुक्त – जगेसर उर्फ धुन्ने, चन्द्रशेखर उर्फ राहुल, और अमित कुमार को गिरफ्तार किया गया। ये सभी बाराबंकी जनपद के निवासी हैं और इन्हें चोरी की गई मूर्तियों के साथ बेडौरा गांव के पास पकड़ा गया।
पूछताछ में जो बातें सामने आईं, वो और भी हैरान कर देने वाली थीं। मुख्य अभियुक्त अमित ने बताया कि वह मंदिर की पुजारिन को जानता था, क्योंकि उसके गांव के एक भंडारे में वह पहले आ चुका था। वहीं उसने पहली बार इन धातु की मूर्तियों को देखा और सोने की मूर्तियाँ समझकर चोरी की योजना बना डाली।
मूर्तियों को जमीन में गाड़ा गया था:
चोरी के बाद, अभियुक्तों ने मूर्तियों को छिपाने के लिए एक मूर्ति को जमीन में दबा दिया और बाकी दो को ट्यूब में भरकर घर में छुपा दिया था। जब ये तीनों मूर्तियों को बेचने की योजना बना रहे थे, तभी पुलिस ने इन्हें धर दबोचा।
चौथा आरोपी रिकू, अभी भी फरार है और उसकी तलाश जारी है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ