गोण्डा के धानेपुर में पुलिस और शातिर गौ-तस्कर के बीच हुई मुठभेड़ में बदमाश घायल, ट्रक से 28 गोवंश बरामद, तमंचा व कारतूस भी मिले। बिहार ले जा रहा था मवेशी।
गोण्डा की रात दहली, धानेपुर में पुलिस की गोली से ढेर हुआ शातिर गौ-तस्कर - ट्रक से 28 गोवंश बरामद
कृष्ण मोहन
गोण्डा की ठंडी रात अचानक गोलियों की आवाज़ से गरम हो उठी, जब धानेपुर थाना और एसओजी की टीम ने मिलकर एक शातिर गौ-तस्कर को धरदबोचा। फिल्मी अंदाज़ में ट्रक भगाने की कोशिश, पुलिस पर की गई फायरिंग और फिर जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में लगी गोली-पूरा मंजर किसी थ्रिलर मूवी से कम नहीं था।
जब ट्रक बना दौड़ता खतरा
16-17 अप्रैल की दरम्यानी रात। जगह – राधा स्वामी आश्रम के पास, जमुनागंज रोड। एसओजी और धानेपुर पुलिस की संयुक्त टीम रात्रि गश्त कर रही थी। अचानक एक संदिग्ध ट्रक दिखाई दिया, UP51 AT 6988 नंबर की वह गाड़ी पुलिस को देखते ही रफ्तार से बेकाबू हो गई।
पुलिस ने जब पीछा किया, तो ट्रक चालक ने खुद को घिरता देख गाड़ी को सड़क से नीचे उतार दिया और अंधेरे का फायदा उठाकर फायरिंग शुरू कर दी। लेकिन पुलिस ने भी चेतावनी नहीं दी, सीधे जवाबी फायरिंग की, और तस्कर शमशेर के पैर में गोली लगते ही सारा खेल खत्म हो गया।
कसाई की प्लानिंग बिहार तक
गिरफ्तार शमशेर पुत्र इदरीस, संत कबीर नगर के धुसुरा गांव का रहने वाला है। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह इन 28 गोवंशों को ट्रक में लादकर बिहार के सिवान जिले में बेचने ले जा रहा था। अकेला नहीं था, उसके साथियों के नाम भी सामने आए हैं, जिन पर पुलिस की तफ्तीश जारी है।
बरामद हुआ मौत का ट्रक और हथियार
पुलिस ने मौके से एक अवैध तमंचा, दो खोखा, एक ज़िंदा कारतूस और 28 मवेशियों से भरा ट्रक जब्त किया। इस मुठभेड़ में आरोपी घायल होने के बाद उसे जिला अस्पताल गोण्डा में भर्ती कराया गया है।
सिर्फ ट्रक नहीं, जानवरों की कराह भी बरामद हुई
इस बरामदगी की सबसे भावुक बात यह रही कि जब ट्रक का दरवाज़ा खोला गया, तो उसमें बंद 28 बेबस गोवंश मानो राहत की सांस ले रहे थे। पुलिस की इस कार्रवाई ने न सिर्फ अपराध को रोका, बल्कि उन मासूमों को भी आज़ादी दिलाई जो मौत की ओर ले जाए जा रहे थे।
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई: संत कबीर नगर जनपद के धुसुरा गांव, पोस्ट दुधारा के रहने वाले शमशेर पुत्र इदरीस के खिलाफ धानेपुर पुलिस ने 109 बीएनएस, 3/25 आर्म्स एक्ट, 3/5/8 गौवध अधिनियम, 11 पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। आरोपी के योजना को निस्तानाबूत करने में एसओजी प्रभारी संजय कुमार गुप्ता, धानेपुर थानाध्यक्ष निर्भय नारायण सिंह सहित 16 पुलिसकर्मियों की टीम ने अहम भूमिका निभाई।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ