अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव उत्साह पूर्वक मनाया गया । इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए गए ।
12 मई को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव मनाया गया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एमपी तिवारी, उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय व प्रदीप कुमार श्रीवास्तव सहित अध्यापक अध्यापिकाओं ने भगवान बुद्ध के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा द्वीप प्रज्जवलित कर आरती उतारा। प्रबन्ध निदेशक डा0 एमपी तिवारी ने बताया कि हमारे देश में अनेक धर्म निवासित है, जिसमें हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, बौद्ध, जैन, इसाई प्रमुख है। सभी धर्मों के अलग-अलग त्योहार होते है। ये त्योहार बौद्ध धर्म मानने वाले लोगों द्वारा मनाया जाता है। बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म, मृत्यु तथा ज्ञान इसी दिन मिला था।
बुद्ध पूर्णिमा भगवान बुद्ध के जन्मदिन के अवसर पर मनायी जाती है। हर साल हिन्दू कैलेन्डर के अनुसार बैसाख मास की पूर्णिमा को मनायी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ, ज्ञान की प्राप्ति हुयी तथा मोक्ष की प्राप्ति भी इसी दिन हुयी, जिस कारण यह दिन महात्मा बुद्ध के लिए पवित्र दिन माना जाता है । यह दिन बौद्ध धर्म के लोगो के लिए विशेष पर्व माना गया है। उन्होंने बताया कि महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था। बिहार स्थित बोधगया नामक स्थान हिन्दू व बौद्ध धर्मावलंबियों के पवित्र तीर्थ स्थान है। गृह त्याग के पश्चात् सिद्धार्थ सत्य की खोज के लिए सात वर्षो तक वन में भटकते रहे । उन्होनें कठोर तप किया और अंततः वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया में बोधिवृक्ष के नीचे उन्हें बुद्धत्व ज्ञान की प्राप्ति हुई। तभी से यह दिन बुद्ध पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुद्ध की महा परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में स्थित महापरिनिर्वाण विहार पर एक माह का मेला लगता है। विहार के पूर्व हिस्से में एक स्तूप है। यहां पर भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार किया गया था। यह मूर्ति भी अजंता में बनीं भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण मूर्ति की प्रतिकृति है।
इस अवसर पर पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण, कला व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । भाषण के अन्तर्गत विराट, एसके सौर्य, देव एवं यशवी ने भगवान बुद्ध की जयंती पर अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया। कला प्रतियोगिता के अन्तर्गत श्रद्धा, दृश्या, मोहनी, आराध्या एवं पारूल छात्र-छात्राओं ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में महात्मा बुद्ध के रूप में दिव्यांश मिश्रा ने अभिनय किया । साथ ही एक सामूहिक नृत्य (गीत-बुद्ध शरणम् गच्छामि) नामक गीत पर आराध्या, अवन्तिका, आस्था, यशवी, एकता, यशी, ईशिका ने बहुत ही मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। अंत में भगवान बुद्ध के जन्मोत्सव के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने भाषण, कला व सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर समस्त छात्र छात्राओं की प्रशंसा करते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, एक्टीविटी इंचार्ज राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित शिक्षकों में उर्वशी शुक्ला, किरन मिश्रा, मोहनी जायसवाल, ए के तिवारी, हर्षित यादव तथा समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने मिलकर भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव के पर्व को उत्साह पूर्वक मनाया ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ