बलरामपुर पुलिस ने हत्या का किया खुलासा, भाई ही निकला भाई का हत्यारा, भाड़े के हत्यारों से करवा दी भाई की हत्या, 72 घंटे के भीतर नगर पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का किया खुलासा।
अखिलेश्वर तिवारी
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर पुलिस ने 72 घंटे के भीतर ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए मृतक के सगे भाई सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सगे भाई की हत्या की साजिश रच कर आरोपी भाई ने पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस ने जब कड़ी से कड़ी को जोड़कर देखा तो मामले से पर्दा उठ गया। आरोपियों को गिरफ्तार करके पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लोहे का रॉड बरामद किया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार को नगर कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र के नई बस्ती के पीछे बंधा के बगल झाड़ी में मिले 40 वर्षीय राजू उर्फ रऊफ के हत्या का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भाई ने साजिश रच कर अलग-अलग स्थान के रहने वाले तीन हत्यारों को बुलाकर भाई की हत्या करवा दी थी।
अब जानिए पूरा मामला
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 19 जून को नगर कोतवाली क्षेत्र के नई बस्ती के पीछे बंधा के बगल झाड़ी में क्षेत्र अंतर्गत अलीजान पुरवा के रहने वाले राजू उर्फ रऊफ पुत्र मोहम्मद शमी का शव मिला था। मामले में मृतक के सगे भाई मारूफ ने पुलिस को गुमराह करते हुए अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या मुकदमा दर्ज कराया था। मारूफ ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा था कि मेरे सगे भाई का झाड़ी में शव मिला है, किसी ने मेरे भाई का हत्या करके फेंक दिया है। उसके सिर पर चोट के गंभीर निशान हैं।
सीसीटीवी सर्विलांस ने खोले राज
घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने अलग-अलग टीमों का गठन किया था, सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। राजू की हत्या में उसके सगे भाई मारूफ की भूमिका संदिग्ध नजर आई। सर्विलांस और फॉरेंसिक एविडेंस जिसकी बार-बार गवाही दे रहे थे। पुलिस ने सभी कड़ियों को जोड़ा तो मामला स्पष्ट हो गया।
योजनाबद्ध तरीके से हत्या
पुलिस ने जांच में पाया कि मृतक का सगा भाई मारूफ, कोतवाली क्षेत्र के नौव्वाबाग के रहने वाले आफताब अहमद उर्फ गुड्डू पुत्र इकबाल अहमद उर्फ राजू और अंसार अहमद उर्फ रिंकू पुत्र इकबाल अहमद उर्फ राजू ने गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मणपुर लाल नगर के रहने वाले वकील यादव पुत्र रामसेवक यादव के साथ मिलकर योजना बनाई फिर राजू की हत्या की थी।
पूछताछ में हुआ खुलासा
अहम सबूत हाथ लगने के बाद मुखबिर खास के सूचना पर नगर कोतवाली पुलिस ने चारों आरोपियों को नहरबालागंज जाने वाले रोड पर आम के बाग पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब उन्हें सीसीटीवी फुटेज दिखाकर गहनता से पूछताछ की गई, तो आरोपियों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के निशान देही पर घटना में इस्तेमाल लोहे का रॉड, चाकू, चार मोबाइल फोन, एक ई रिक्शा, दो मोटरसाइकिल बरामद किया है।
तो इसलिए भाई को मार डाला
पुलिस के पूछताछ में मारूफ ने बताया कि उसका भाई राजू नशेड़ी हो गया था, नशा करने के लिए वह इंजेक्शन व गोली लेता था। नशा करने में होने वाले खर्च के लिए वह भाई पर ही निर्भर था, रुपए नहीं देने पर पत्नी और बच्चों की पिटाई करता था, कई बार उसने जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिससे तंग आकर भाई को खत्म करने का प्लान बना दिया था।
हत्या के लिए 50000 का सौदा
पुलिस के पूछताछ में मारूफ ने बताया कि भाई की हत्या के लिए आफताब अंसार अहमद उर्फ रिंकू और वकील यादव को इस काम के लिए पचास हजार रुपये दिया था। तब योजना के मुताबिक राजू को गुड्डू नशा कराने के बहाने 18 जून की रात नई बस्ती के पीछे बंधा के पास ले गए थे। जहां सभी ने मिलकर लोहे के राड से मार कर हत्या कर दी थी।
दो आरोपियों का अपराध से पुराना नाता
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि आरोपी आफताब और अंसार अहमद का अपराध से पुराना नाता है। आफताब बहराइच जिले में एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जा चुका है, वही अंसार अहमद के खिलाफ जनपद के नगर पुलिस में आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है।
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