बस्ती पुलिस ने गरीब लड़की की कराई शादी, दहेज का सामान जलकर राख हो जाने के बाद पुलिस बनी मददगार, लड़की की शादी करवा कर पुलिस ने किया कन्यादान।
राकेश गिरि
उत्तर प्रदेश के बस्ती पुलिस की दरियादिली ने लोगों के दिल को छू लिया है, जब बेटी के विवाह में देने के लिए कुछ नहीं बचा था, ऐसे में गरीब पिता की बेटी की विवाह करके पुलिस ने कन्यादान किया। जिसकी लोग भूरि भूरि प्रशंसा कर रहे हैं। शादी के चार दिन पर एडिशनल बेटी के ससुराल पहुंच गए।
मामला रुधौली थाना क्षेत्र के नताई कला गांव से जुड़ा हुआ है। यहां के रहने वाला गरीब पिता बेटी के शादी की व्यवस्था में जुटा था। बेटी को उपहार दहेज में देने के लिए सामान इकट्ठा किया जा चुका था। तभी किस्मत उससे विमुख हो गई, अज्ञात कारणों से लगी आग में गृहस्थी के साथ साथ विवाह से संबंधित सारा सामान जलकर खाक हो गया था। ऐसे में गरीब पिता के सामने बेटी की शादी को लेकर मुसीबत खड़ी हो गई थी। वह अपना दर्द किस बयां करता, किससे मदद मांग कर बेटी के हाथ पीले करता, कोई रास्ता दिखाई नहीं पड़ रहा था। लेकिन गरीब परिवार के लिए रुधौली पुलिस फरिश्ता बन गई।
खुशी से निकल पड़े गरीब पिता के आंसू
लड़की के शादी की जानकारी जब इंस्पेक्टर के पत्नी को पता चली तो रुधौली थानाध्यक्ष विजय दुबे की पत्नी रूबी दुबे ने शादी का बीड़ा उठा लिया। बेटी के शादी में दिए जाने वाले सामान से लेकर विदाई तक खर्च होने वाले सभी सामानों का इंतजाम किया। थानाध्यक्ष की पत्नी के बारे में जब पुलिस कर्मियों को पता चला तब वह भी शादी की तैयारी को लेकर साथ में शामिल हो गए। लड़की के पिता को एहसास भी न हुआ और उसके द्वारा इंतजाम किए गए व्यवस्था से अधिक व्यवस्थाएं एकाएक उपलब्ध करवा दी गई। बेटी के शादी का इंतजाम होते देख, खुशी से पिता की आंखें भर आई। शादी की बात जब जिला मुख्यालय पर पहुंची तो अधिकारी भी पीछे नहीं रहे। एडिशनल एसपी शादी समारोह में शामिल होने के लिए पहुंच गए। शादी की सारी रस्में पूरी हो गई, इंस्पेक्टर ने पत्नी के साथ कन्यादान किया।लेकिन एएसपी को लगा कि कुछ अधूरा रह गया है जिसे पूरा किया जाना चाहिए।
चौथ लेकर बेटी के ससुराल पहुंचे एडिशनल
शादी धूमधाम से हो गई थी, जिससे जो संभव था, अपना फर्ज अदा किया, लेकिन शादी के बाद बेटी को वापस घर लाने की रस्म बाकी थी, इस मौके को एडिशनल एसपी ओपी सिंह चूकना नहीं चाहते थे। शादी का चौथ लेकर गरीब के बेटी की ससुराल पहुंच गए। जिसकी अब हर तरफ से रहना हो रही है। लोग पुलिस के इस सराहनीय कार्य में तारीफ के कसीदे पढ़ने से नहीं थक रहे हैं।
बोले इंस्पेक्टर
इंस्पेक्टर विजय दुबे ने बताया कि अग्निकांड में जब पता चला कि आग में गरीब के बेटी की शादी में दिए जाने वाला सामान व उपहार जलकर खाक हो गया है। जिसके कारण से अब उसकी शादी पूर्व में निर्धारित दिवस पर नहीं हो पाएगी, तभी लड़की के पिता को आश्वस्त किया था कि शादी उसी डेट में करने के लिए कोई बेहतरीन रास्ता निकाल लिया जाएगा। यह बात जब पत्नी को पता चली तो वह लड़की की शादी करवाने के लिए सबसे आगे आ गई। उनके पीछे थाने के सभी पुलिसकर्मी शादी में अपनी भूमिका निभाने के लिए खुद व खुद शामिल हुए।
बोले एएसपी
अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि शादी की सारी व्यवस्था थाना से संपन्न हो गई थी, लेकिन शादी के चौथे दिन बेटी की विदाई के दौरान बेटी के ससुराल पहुंचकर परिजनों को उपहार देते हुए बेटी को वापस विदा कराने की परंपरा बाकी रह गई थी। जब सनातन विधि विधान से विवाह संपन्न हुआ था ऐसे में इस परंपरा के बिना बात अधूरी रह जाती। इस अवसर को हम जाने नहीं देना चाहते थे। इसीलिए उपहार लेकर बेटी की विदाई कराने उसके ससुराल पहुंच गए।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ