गोंडा के मनकापुर में मुंबई जाने की जिद पूरी नहीं होने पर विवाहिता ने की आत्महत्या, चीखता चिल्लाता रहा पति साड़ी के फंदे से झूल गई पत्नी।
कृष्ण मोहन
उत्तर प्रदेश के गोंडा में पति के साथ मुंबई जाने की जिद न पूरी होने के कारण नाराज हुई पत्नी ने साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया, जब तक पति और गांव के लोग उसको बचाने के लिए दौड़े तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पति के आंखों के सामने पत्नी की फांसी के फंदे से लटककर मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार को मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के फिरोजपुर गांव के रहने वाले राजेश की 28 वर्षीय पत्नी गीता ने अपने कमरे में साड़ी से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर लिया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया।
पति के साथ मुंबई जाना चाहती थी पत्नी
ग्राम प्रधान अमरनाथ ने बताया कि राजेश रोजी रोजगार के दिशा में महाराष्ट्र में रहता है, 2 जुलाई को मुंबई जाने के लिए उसने टिकट कराया था। पति के मुंबई जाने की जानकारी पत्नी को हुई तो वह भी मुंबई साथ चलने के लिए जिद करने लगी, लेकिन पति ने यह कहते हुए मुंबई ले जाने से इनकार कर दिया कि बच्चों का स्कूल में एडमिशन हो चुका है। दोनों के साथ मुंबई चलने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो जाएगी।
देखता रह गया पति फांसी के फंदे से झूल गई पत्नी
मंगलवार के सुबह मुंबई जाने को लेकर पति-पत्नी के बीच फिर विवाद खड़ा हो गया, इस दौरान पति ने आश्वासन दिया कि मुंबई से लौटने के बाद जब बच्चों की छुट्टी होगी उन दोनों ही साथ ले चलूंगा, जिससे पत्नी का पारा चढ़ गया, वह आत्महत्या की धमकी देते हुए कमरे में घुस गई, दरवाजे को अंदर से बंद करके उसने साड़ी से फांसी का फंदा बना लिया। घर के खिड़की पर चढ़ने के बाद पत्नी फांसी के फंदे से झूल गई, तब पति की खिड़की के जरिए पत्नी के ऊपर नजर पड़ी। तब उसने गुहार लगाना शुरू कर दिया। दरवाजा अंदर से बंद था, मौके पर पहुंचे लोग खिड़की को उखाड़ कर कमरे के अंदर दाखिल हुए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पति के आंखों के सामने पत्नी फांसी के फंदे से झूल गई।
आज ही दुल्हन बनी थी गीता
पति पत्नी के बीच महज मामूली विवाद में गीता ने खुद को तबाह कर लिया, आज के ठीक 8 वर्ष पहले खोडारे थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव की रहने वाली युवती गीता का वर्ष 2017 के 17 जून को राजेश के साथ विवाह हुआ था, गीता तीन बच्चों की मां बन चुकी थी, 7 वर्षीय सोनाक्षी, 5 वर्षीय दिव्यांशी और 7 महीने का नन्हा सा मासूम अनूप था। उसने नन्हे मासूम के बारे में भी नहीं सोचा और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
गीता का बदल सकता था फैसला
बताया जाता है कि जब गीता पति राजेश से मुंबई जाने को लेकर विवाद कर रही थी, उस दौरान उसके सास ससुर खेत गए हुए थे, लोगों का कहना है कि यदि घर के बड़े बुजुर्ग घर में मौजूद रहे होते,तो पति-पत्नी के बीच उत्पन्न हुए विवाद में दखल के बाद शायद गीता का फैसला बदल जाता। लेकिन होनी कौन टाल सकता है।
बोले इंस्पेक्टर
मामले में मनकापुर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पाठक ने बताया कि पुलिस टीम भेज कर शव को कब्जे में लिया गया है आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
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