अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के विकासखंड सदर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम राजापुरवा में राकेश मिश्रा के यहां श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिवस के अंतर्गत, अयोध्या से पधारे कथा व्यास गौरव कृष्ण शास्त्री द्वारा, गंगा अवतरण की कथा, भक्त प्रहलाद की रक्षा तथा, हिरणाकश्यप का वध, भगवान के विविध अवतारों की कथा तथा मुख्य रूप से भगवान श्री कृष्ण जन्म की कथा को बहुत ही सुंदर एवं मनमोहक ढंग से अपने प्रवचन के जरिए प्रस्तुत किया ।
भगवान श्री कृष्णा जन्म प्रसंग पर श्रोता मंत्रमुग्ध होकर झूम उठे। श्री शास्त्री नेकहा कि नारायण अपने भक्तों की रक्षा के लिए समय-समय पर स्वयं अवतार लेकर दुष्टों का संघार करते हैं । भवसागर पार करने के लिए नारायण का नाम स्मरण ही काफी है । उन्होंने इसके लिए श्रीमद् भागवत में आए अजामिल नामक ब्राह्मण की कथा का वर्णन किया ।
उन्होंने बताया कि अजामिल तमाम पाप कर्मों मे संलिप्त था, परंतु उसने अपने सबसे छोटे पुत्र का नाम संतों की सलाह पर नारायण रखा था, जिसे वह रोज अपनी आवश्यकताओं के लिए पुकारा करता था । अजामिल ने अपने जीवन के अंतिम क्षणों में भी पुत्र नारायण नारायण की पुकार लगाई थी, जिसे सुनकर दया निधान नारायण ने अजामिल का उद्धार कर दिया । कथा श्रवण करने वालों में अतिथि के रूप में एमएलके पीजी कॉलेज में वनस्पति विज्ञान विभाग अध्यक्ष डॉक्टर राजीव रंजन, वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश्वर तिवारी, कांग्रेस नेता अनुज सिंह, गेल्हापुर महंत बृजानंद जी, सपा नेता डॉ भानु तिवारी व बाबा सहज राम शुक्ला सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए एवं कथा श्रवण किया ।
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