गोंडा डीएम नेहा शर्मा का एक्शन, खाद्य एवं औषधि की सैम्पलिंग के लिए दिया निर्देश, नकली दवाओं और खाद्य सामग्रियों में मिलावट करने वालों पर कसे शिकंजा।
कृष्ण मोहन
उत्तर प्रदेश में गोंडा जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने खाद्य एवं औषधि सतर्कता समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है। कहा है कि दुकानों से लिए गए सैंपल की रिपोर्ट आने पर सार्वजनिक करते हुए सूचना पट पर चस्पा किया जाए।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में खाद्य एवं औषधि सतर्कता समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें मिलावटखोरों, दवाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
कठोर कार्रवाई का निर्देश
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से चर्चा करते हुए साफ कर दिया कि आम लोगों को हर हाल में शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य एवं औषधि उपलब्ध करवाना है। जिसके लिए जिले भर में अभियान चलाकर छापेमारी की जाए, जो भी दुकानदार दोषी मिलते हैं उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
सैंपलिंग पर जोर
जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा विभाग को निर्देश दिया कि किराना की दुकान, होटल, मिष्ठान के प्रतिष्ठानों, दूध की डेयरी पर लगातार छापेमारी की जाए। विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों से सैंपल भरकर समय से प्रयोगशाला में भेजा जाए। जिससे मिलावट करने वाले अपनी काली करतूत से पीछे हट जाएंगे। दोषी मिलने वालों के खिलाफ तत्काल एक्शन लिया जाए। जितने भी दुकानदार हैं, उन्हें उनके दुकानों के लाइसेंस की प्रति दुकान पर चस्पा करने के लिए निर्देश दिया जाए, हर हाल में दुकानों पर लाइसेंस की प्रति दिखाई पढ़नी चाहिए।
मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी
जिलाधिकारी ने औषधि निरीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि जिलेभर में कहीं भी नकली दवाओं के बिक्री की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए, नियमों के विरुद्ध बिकने वाली दवा, एक्सपायरी डेट की दवा छापेमारी के दौरान मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाए। ऐसे मेडिकल स्टोर संचालक जो, लाइसेंस के गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं उनकी सूची अपडेट की जाए।
स्वास्थ्य कैंप का आयोजन
उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज से ही समाज के हर तबके का कल्याण निहित है, और समाज के बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ खान-पान और औषधीय की नितांत आवश्यकता है। इसमें किसी भी प्रकार से लापरवाही मिलने पर क्षम्य नहीं होगा। बैठक में जन जागरूकता के लिए एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। जिससे अब स्कूलों, ग्राम सभाओं और शहरी क्षेत्र में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
इनकी रही मौजूदगी
बैठक के दौरान, अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार के अलावा जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी, औषधि निरीक्षक, सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ