पं श्याम त्रिपाठी/विंध्यप्रकाश त्रिपाठी
नवाबगंज (गोंडा)। कस्बे के पड़ाव मोहल्ले स्थित देव हॉस्पिटल के सामने शुक्रवार से श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ सप्ताह अमृत वर्षा का शुभारंभ हुआ। यह कथा 7 नवम्बर से 14 नवम्बर तक आयोजित की जा रही है।
कथा का शुभारंभ यजमान विमलावती देवी पत्नी स्वर्गीय मुरलीधर त्रिपाठी ने विधि-विधानपूर्वक किया। इस अवसर पर उनके पुत्र विन्ध्य प्रकाश त्रिपाठी और आनंद प्रकाश त्रिपाठी भी मौजूद रहे।
अयोध्या धाम के सुप्रसिद्ध कथावाचक आचार्य विनोद शास्त्री ने प्रथम दिवस की कथा में धुन्धकारी प्रसंग का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने बताया कि धुन्धकारी, जो पहले विषय-विकारों में लिप्त और अधर्म के मार्ग पर चल पड़ा था, अंततः ज्ञान प्राप्त कर परम मुक्ति को प्राप्त हुआ।
आचार्य शास्त्री ने कहा कि धुन्धकारी का जीवन यह संदेश देता है कि जब मनुष्य आत्मबोध पाकर अपने कर्मों का प्रायश्चित करता है, तब ईश्वर स्वयं उसका कल्याण करते हैं। उन्होंने कहा कि वैराग्य कोई वस्त्र नहीं, बल्कि वह भाव है जो ज्ञान के प्रकाश से उत्पन्न होता है।
कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्ति संगीत और जय श्रीकृष्ण के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया।
आचार्य ने बताया कि शनिवार की कथा में शुकदेव-परीक्षित संवाद और कपिलोपाख्यान जैसे प्रेरक प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया जाएगा।


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