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आशा बहुएं सड़क हादसे का शिकार, सरदार पटेल की 150वी जयंती के अवसर पर आयोजित रैली में शामिल होकर घर जा रही आशा बहुएं



एक आशा बहु की हुई मौत,तीन को गंभीर हालत में जिला अस्पताल किया गया रेफ़र

संजीव शुक्ला 

धौरहरा खीरी:सरदार बल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर गुरुवार को भाजपा विधायक की अगुवाई में रेहुआ चौराहे पर आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हो घर जा रही आशा बहुएं सड़क हादसे का शिकार हो गई। जिनको आनन फानन में सीएचसी खमरिया लाया गया जहां डॉक्टरों ने एक आशा को मृत घोषित कर दिया वही तीन की हालत गंभीर देख उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया,वही अचानक घटित हुई घटना के बाद रैली को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है।



सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर गुरुवार को खमरिया थाना क्षेत्र में एनएच 730 के रेहुआ चौराहे पर विधायक विनोद शंकर अवस्थी की अगुवाई में आयोजित रन फार यूनिटी रैली में शामिल हुई आशा बहुएं ऑटो से घर जाते वक्त ईसानगर थाना क्षेत्र के अदलिशपुर के पास सड़क हादसे का शिकार बन गई। जिनको आनन-फानन में सीएचसी खमरिया लाया गया,जहां आशा बहु आशा मिश्रा निवासी नारी बेहड़ थाना ईसानगर को डाक्टरो ने मृत घोषित कर दिया वही गंभीर रूप से घायल शांति देवी (33) निवासी मिर्जापुर,मंजू देवी (45) निवासी नारी बेहड़ व नीलम देवी (28) निवासी मिर्जापुर थाना ईसानगर को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया।



सीएचसी में मची अफ़रातफ़री विधायक व तहसील के अधिकारियों के मानने पर पीएम करवाने के लिए राजी हुए परिजन

घटना की सूचना पाकर सभी के परिजन सीएचसी पहुच गये। जहां वह एक आशा बहु की मौत एवं तीन आशा बहुओं के गंभीर रूप से घायल होने को देख आक्रोशित हो गये। इस बीच विधायक सहित तहसील के अधिकारियों के द्वारा सभी को काफी समझाने बुझाने के बाद परिजन मृतका के शव को पीएम के लिए भेजने को राजी हुए। परिजनों के राजी होते ही खमरिया थाना प्रभारी ओपी राय ने शव का पंचनामा भरवाकर पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।


आशा के मायके में भी मचा कोहराम

दुर्घटना में मौत का शिकार हुई आशा वर्कर आशा मिश्रा का मायका धौरहरा कस्बा के हिदायतनगर मोहल्ले में है। घटना की सूचना मिलते ही यहां भी कोहराम मच गया। आशा की मां और भाई रामजीवन ने कहा कि विभाग सुरक्षा नहीं कर सकता तो ऐसे काम करता क्यों है। वही इस बाबत शिक्षा संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश गंभीर ने कहा कि आशा,आंगनवाड़ी और समूह की महिलाओं को भीड़ बढ़ाने का संसाधन बनाने से अधिकारियों को बाज आना चाहिए।


बीसीपीएम के द्वारा ऑफिशियली ग्रुप पर दिये गये मैसेज को लेकर भड़की आशाएं

सीएचसी खमरिया में कई वर्षों से तैनात बीसीपीएम कमलकिशोर राव के द्वारा बुधवार को आशाओं के ऑफिशली ग्रुप पर एक मैसेज भेजा गया। जिसमें संदेश दिया गया कि सभी आशा बहुएं व संगिनी बगैर ड्रेस दूसरी साड़ी पहनकर रैली में हर हाल में शामिल हो। साहब का मैसेज देख ब्लॉक के सभी आशाएं अलग अलग संसाधनों से नियत समय पर रेहुआ चौराहे पर पहुच गई। जिसमें कुछ आशा अपने मासूम बच्चों के साथ शामिल हुई। जिसके बाद घटित हुई घटना को देख सभी आशाएं आक्रोशित हो सीएचसी अधीक्षक डॉ.अमित कुमार सिंह से नाराजगी व्यक्त करने लगी। जिनके द्वारा सफाई दी गई कि मैसेज उन्होंने नही भेजा है,तब जाकर सभी का आक्रोश तो शांत हो गया पर मन मे टीस बनी हुई है। इस बाबत अधीक्षक ने बताया कि उन्होंने आशाओं को ऐसा कोई मैसेज नही दिया था,बीसीपीएम ने दिया जो फील्ड पर है, उनसे पता कर जांच करूंगा। वही बीसीपीएम कमलकिशोर राव ने बताया कि मेरे अधिकारी सीएचसी अधीक्षक के निर्देश के क्रम में मैंने मैसेज भेजकर रैली में शामिल होने के लिए अभी आशाओं व संगिनियों को बुलाया था।

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