अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज में वन्दे मातरम् गीत के 150वीं वर्षगांठ एवं भारतीय हाकी टीम की 100वीं वर्षगांठ को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
8 नवम्बर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज में ‘‘वन्दे मातरम् गीत के 150वीं वर्षगाठ‘‘ एवं भारतीय हाॅकी टीम की 100वीं वर्षगांठ का आयोजन किया गया।
‘‘वन्दे मातरम् गीत के 150वीं वर्षगाठ‘‘ के इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानाचार्य सैयद इकलाख हुसैन उप प्रधानाचार्या उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी ने सर्वप्रथम विद्यालय के प्रार्थना स्थल पर सभी छात्र छात्राओं की एक सभा बुलाई गयी जिसमें विद्यालय के अध्यापक एवं अध्यापिकाओं ने वन्दे मातरम् गीत के बारे में बताया । तत्पश्चात सभी विद्यार्थियों ने तिरंगे झण्डे को हाथों में लेकर वन्दे मातरम् के नारे लगाए। प्रधानाचार्य ने बताया कि आज ही के दिन वन्दे मातरम् अक्षय नवमी के पावन अवसर पर जो 07 नवम्बर 1875 को लिखा गया था। इस गीत को वंकिम चन्द्र चटर्जी के उपन्यास अनंद मठ में भी शमिल किया गया । इसे पहली बार 1896 में कलकत्ता में कांग्रेस अधिवेशन में रविन्द्र नाथ टैगोर ने गाया था। इस गीत गाने का समय 65 सेकण्ड मात्र निर्धारित की गई। यह नारा पंडित मदन मोहन मालवीय ने लोकप्रिय बनाया। इस अवसर पर हमारे देश के प्रधानमंत्री ने आज के यादगार में एक डाक टिकट और एक सिक्का जारी किया। उन्हों ने अपने सम्बोधन में कहा कि वन्दे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक मंत्र, एक ऊर्जा और संकल्पों की सिद्धि है। उन्होंने कहा कि गुलामी के कालखंड में यह भारत की आजादी के संकल्प का उद्घोष बन गया था। अंत में विद्यालय के सभी छात्र छात्राएं एवं अध्यापक - अध्यापिकाओं के द्वारा वन्दे मातरम् नामक गीत का समूहिक गान किया गया तथा नारा लगाया गया। साथ ही विद्यालय के मैदान में हाॅकी खेल के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विद्यालय के हाकी कोच अशोक कुुमार चैहान के नेतृत्व में विद्यालय के विद्यार्थियों में महेश शुक्ला, देवेश सिंह, अबू सुलेह, अंश श्रीवास्तव, हर्ष सिंह, अंकित चैधरी, विवेक गौतम, मुकेश पासवान, ओम गुप्ता, हेमंत रावत, कैफ खान, देवांश सिंह ने हाॅकी प्रदर्शन मैच खेला, जिसमें उन्होंने अत्यंत उत्साह और जोश के साथ भाग लिया। मैंदान में बच्चों की उमंग और खेल के प्रति समर्पण देखने लायक था। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डाॅ0 एमपी तिवारी ने सभी बच्चों को आनलाइन संबोधित करते हुए बताया कि हाॅकी भारत का राष्ट्रीय खेल है और इसमें देश ने कई अंतराष्ट्रीय उपलब्धियाँ हासिल की है। खेल हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है, यह न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं बल्कि टीम भावना, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता भी विकसित करते है। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्या, उप प्रधानाचार्य सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।
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