दुर्गा सिंह पटेल/सुनील कुमार गौड़
मसकनवा गोंडा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को पत्रकारों के साथ अच्छा व्यवहार रखने बार -बार निर्देश देते रहते हैं। लेकिन दूसरी तरफ पुलिसकर्मियों द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्रता के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं।
ताजा मामला छपिया थाना से आया है जहाँ बीती रात को मसकनवा बाजार से छेदी निवासी ग्राम बखरवा जो मसकनवा बाजार के सरकारी ठेके से एक वियर लेकर अपने घर जा रहा था।
तभी मसकनवा चौकी पुलिस युवक को रोक लिया जब युवक द्वारा पकड़े जाने के सम्बंध में पूछा गया तो युवक को जबरदस्ती थाने ले आया गया।बीती रात को ही तालागंज ग्रन्ट के जंगल मे एक बुजुर्ग की पेड़ से लटकती लाश मिली थी।उसी के सम्बंध में सुबह पत्रकार जानकारी लेने पहुँचे थे थाने पर उसी दौरान वहां पर पकड़े गए दो लड़के से बातचीत किया तो युवक ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि मुझे फर्जी तरीके से पकडा गया है।और मेरे पास से अवैध शराब नही बरामद हुआ है। पुलिस थाने में पहले से रखे शराब को मेरे पास रखकर पुलिस द्वारा फ़ोटो खिंची गयी है। और आबकारी अधिनियम के तहत 60 की कार्यवाही कर दी गई है।
जब पीड़ित युवकों के साथ थाने में पहले से रखे दस लीटर गैलेन के साथ शराब रखे जाने की तैयारी चल रही थी तभी पत्रकारों ने पुलिस के काली करतूतों अपने कैमरे में कैद कर लिया है तभी वहाँ पर उपस्थित सिपाही अवधेश कुशवाहा तिलमिला उठे और वर्दी का रौब दिखाते हुए पत्रकार के मोबाइल को छीन लिया और अभद्रतापूर्ण व्यवहार करते हुए थाने से बाहर कर दिया गया। जब इस मामले लेकर थाना प्रभारी आर पी सोनकर व क्षेत्राधिकारी मनकापुर एस के रवि से बात की गई तो उन्होंने उल्टा पत्रकारों से कहा कि फोटो खींचना गलत बात है। बिना थाने के संबंधित अधिकारी से बताएं फोटो नहीं खींच सकते हैं। तो क्या अब पत्रकारिता पुलिस से पूछ कर किया जायेगा। क्षेत्राधिकारी अधिकारी साहब ने कहा कि कई विभाग खुलेआम रुपया लेता है क्या किसी पत्रकार को हिम्मत है फोटो खींचने का उन्होंने कहा कि। जब ऊपर से दबाव होता हैं। तो कहीं से भी पकड़कर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करना होता है। अब सवाल यह उठता है कि बिना अपराध किए हुए लोगों को अपराधी बना दिया जाएगा तो क्षेत्र समाज में अपराध बढ़ेगा ही। जो लोग इस में अवैध रूप से शामिल हैं उनके ऊपर कार्रवाई न करके उन लोगों से मोटी रकम की कमाई कर रहे हैं।
वही इन सभी मामलो को उच्चधिकारियों को ट्वीट व दूरभाषा के माध्यम से शिकायत की गई है। और उच्चधिकारी सज्ञान में भी लिया है। अब देखना यह है कि इन सभी मामलों का निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी की मामला को ठंडे बस्ते में डाल कर इतिश्री कर लिया जाएगा।
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