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कुष्ठ के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की जंग, चलेगा स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान




अखिलेश्वर तिवारी
15 दिवसीय अभियान में पम्पलेट्स, रोल प्ले, नुक्कड नाटक व जनसंदेश से किया किया जाएगा जागरूक
सुन्न दाग धब्बों का ज्ञान ही कुष्ठ रोग की है पहचान

बलरामपुर  ।। जिले में लोगों को कुष्ठ रोग मुक्त बनाने के लिए स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। लोगों को जागरूक करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से लेकर सभी स्वास्थ्य केन्द्रों और ग्राम सभाओं में जिलाधिकारी द्वारा जारी संदेश को पढ़ा जाएगा। ग्राम सभाओं में ग्राम प्रधानों द्वारा वहां के ग्रामीणों को संदेश पढ़कर सुनाया जाएगा। 15 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में नुक्कड नाटक के द्वारा लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया जाएगा।

                       प्रभारी जिला कुष्ठ अधिकारी डा. अरूण कुमार ने मंगलवार को बताया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर 30 जनवरी को राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम (एनएलईपी) के तहत स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान की शुरूआत की जाएगी। यह अभियान 13 फरवरी तक चलेगा। कुष्ठ रोग के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए नुक्कड़ नाटक, जनसंदेश, पम्पलेट्स इत्यादि के द्वारा लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होने बताया 30 जनवरी का दिन स्पर्श डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कुष्ठ जागरुकता के लिए जिलाधिकारी का संदेश पढ़ा जाएगा तथा सभी ग्राम सभाओं में ग्राम प्रधानों द्वारा संदेश पढ़कर लोगों को सुनाया जाएगा। उन्होने बताया सुन्न दाग धब्बों का ज्ञान ही कुष्ठ रोग की पहचान है। इन कार्यक्रमों के अलावा स्कूलों में बच्चों द्वारा रोल प्ले करके गांधी जी की भूमिका निभाते हुये कुष्ठ रोग के संबंध में लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस दौरान गांधी जी द्वारा कुष्ठ रोग के प्रति उनके योगदान के बारे में भी लोगों को बताया जाएगा। अभियान के दौरान ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति का सहयोग भी लिया जाएगा। डॉ अरूण कुमार ने बताया कि जिले में अप्रैल 2019 से लेकर दिसम्बर तक 97 नए कुष्ठ रोगी खोजे गए है, जिनको दवा दी जा रही है। इसके साथ ही आशा को केस चिन्हित करने पर इन्सेंटिव के रूप में 250 रुपये तथा पी.वी. केस (पौसी बेसेलरी) के कंप्लीट ट्रीटमेंट के बाद 400 तथा एम.बी. केस (मल्टी बेसेलरी) के कंप्लीट ट्रीटमेंट के बाद 600 रुपये दिये जाते हैं।

क्या है कुष्ठ रोग
कुष्ठ रोग एक संक्रामक रोग है। यह रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्री बैक्टीरिया के कारण होता है। यह संक्रमण रोगी की त्वचा को प्रभावित करता है तथा रोगी की तंत्रिकाओं को नष्ट कर देता है। यह रोग आंख और नाक में समस्याएं पैदा कर सकता है।

क्या है लक्षण
सामान्य त्वचा की तुलना में त्वचा पर थोड़े लाल, गहरे या हल्के धब्बे होना। धब्बों का सुन्न होना। त्वचा के प्रभावित हिस्से पर होने वाले बालों के झड़ने की समस्या। हाथ, उंगली या पैर की अंगुली का सुन्न होना। चेहरा, आँखों में सूजन या लालिमा होना। आँखों की पलकों के झपकने में कमी का होना।

कुष्ठ रोग का है उपचार
कुष्ठ रोग पूर्णतया साध्य है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में इसका मुफ्त इलाज उपलब्ध है। समय पर जांच और इलाज करने से इस रोग से मुक्ति मिल सकती है और विकलांगता से बचा जा सकता है। इन बातों पर ना दें ध्यान कि कुष्ठ रोग पूर्व जन्म में किया गए पापों का फल है। सफेद दाग कुष्ठ रोग है।

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