संजय कुमार यादव
बभनजोत गोण्डा:कोरोना महामारी में सरकार ने अनेकों कर्मचारियों को कोरोना योद्धा बना कर उन्हें जगह-जगह समाजसेवी संस्थाओं तथा बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा सम्मानित किया ।लेकिन क्या जिनको कोरोना योद्धा कहकर बुलाया गया क्या उन कोरोना योद्धाओं के बारे में आप जानते हैं कि उनका् भी एक हंसता खेलता एक परिवार है और उस हंसते खेलते हुए परिवार को भी जीवन यापन करने के लिए पैसे की आवश्यकता होती है।
लेकिन वो पैसा जिससे कर्मचारियों का घर परिवार चलता है संबंधित कंपनी व उसके अधिकारियों की मिलीभगत से उनके असली हक पर डाका डाला जा रहा है जिसपर न तो सरकार कोई ठोस एक्शन ले रही है और न ही कंपनी के विरुद्ध कोई कार्रवाई की जा रही है ।
शनिवार को वेतन सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर जनपद गोंडा में स्थिति राजकीय यूनानी चिकित्सालय गौरा चौकी गोंडा में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
सरकार ने कोरोना महामारी में ऐसी व्यवस्था की है की कोई गरीब भूखा न सोने पाए सरकार ने गरीबों के हित को देखते हुए जन-धन योजना तथा फ्री राशन सहित कई सुविधाएं उपलब्ध कराई ।लेकिन सरकार ने अपने ही कर्मचारियों पर ध्यान नहीं दिया और कोरोना महामारी तथा लाकडाउन में लगातार मेहनत कर रहे एम्बुलेंस कर्मचारियों पर जरा सा भी ध्यान नहीं दिया जिससे एम्बुलेंस कर्मचारियों को मजबूर हो कर भूख-हड़ताल सहित विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है विरोध प्रदर्शन में शामिल संदीप कुमार त्रिपाठी, अतुल पाठक, रंजीत तिवारी,जिलाजीत वर्मा, विनोद चौधरी, इम्तियाज अहमद, अशोक त्रिपाठी बृजेश त्रिपाठी तथा सर्वेश ने सरकार और गैर जिम्मेदार कंपनी के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन कर सरकार से अपना हक और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
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