■ कई कमियां अब भी है बाकी
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। अब तक जिला आपूर्ति विभाग केरोसिन वितरण में हीलाहवाली करता रहा जिससे इस कोरोना महामारी के समय मे ग्रामीण आबादी को केरोसिन के न होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। जिससे ग्रामीण आबादी को शासन के निर्देश के बाद भी जिला आपूर्ति अधिकारी के मनमानी रवैये ने सस्ते केरोसिन से वंचित रखा। जो एक तरह से इस कोरोना महामारी में अपराध की संज्ञा को दर्शाता है। हर बार जिला आपूर्ति विभाग द्वारा केरोसिन वितरण के लिए नित नए नियमों को लाया जा रहा था। जिससे आम ग्रामीण तबके जो केरोसिन के पात्र रहा उसे जिला आपूर्ति विभाग की लापरवाही से वंचित होना पड़ा। एक तरफ जहां विद्युत व्यवस्था में कटौती पूरी तरह से ग्रामीण ही नही शहर भी प्रभावित है। वही पर पात्र परिवार को केरोसिन से वंचित करना एक तरह से इस कोरोना महामारी में अपराध है।
बताते चले ऑडिशन टाइम्स में जिला आपूर्ति विभाग के द्वारा केरोसिन वितरण न करने को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया गया। जिसमें एक मुहिम चलाकर अखबार ने गरीबो की समस्या को प्रमुखता से उजागर किया। जिसके बाद से सुस्त प्रशासन की नींद टूटी और होलसेलर आवंटन कर दिया गया। इसके कई दिन बाद भी आपूर्ति विभाग ने पुनः सर्वे का अड़ंगा लगाया गया। जिसके बाद एक बार पुनः आम गरीब पात्र परिवार को केरोसिन न मिलने से परेशान हुई। इसी साल जनवरी फरवरी में सर्वे के बाद पात्र गृहस्थी व अंत्योदय कार्डधारकों को केरोसिन का वितरण करने के बाद मार्च में वितरण रोक दिया गया। तबसे केरोसिन का वितरण न होने से आम ग्रामीण आबादी को इस बरसात के मौसम के साथ ही विद्युत कटौती ने रोशनी से वंचित कर अंधेरे में जीने के लिए मजबूर किया। इस बाबत भी खबर प्रकाशित होने के बाद बीते दिन आपूर्ति विभाग अनमने मन से कोटेदारों को प्रभावित कर एक नए सूची के तहत केरोसिन वितरण का निर्देश दिया गया। जिसमें ग्रामो में वितरण के बाबत कई सारी खामियां है। जैसे एक ग्राम पंचायत कसया मे मात्र एक लीटर केरोसिन की आवश्यकता को दिखाया गया है। जो इस तरह से बने सूची में मनमानी को परिलक्षित करता है। साथ ही गैस व विद्युत कनेक्शन धारी कार्डधारकों के बिना अनुमति के केरोसिन का समर्पण कर दिया गया था। जबकि शासनादेश में अनुमति आवश्यक थी। जिसमे कार्डधारक मुखिया द्वारा समर्पण करने के साथ ही हस्ताक्षर की सूची उपलब्ध करवानी थी। इतने सारे भागमभाग के बाद अंतत आपूर्ति विभाग ने केरोसिन वितरण के लिए निर्देश जारी कर दिया गया।
जिसमे आपूर्ति विभाग ने हर क्षेत्र के होलसेलर के साथ ही मेहदावल तहसील के तीनों ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्र के लिए पात्र कार्डधारकों को केरोसिन वितरण का निर्देश जारी हुआ। कोटेदार द्वारा दिये गये ग्राम पंचायत मे केरोसीन वितरण सूचि के अनुसार मेहदावल ब्लॉक मे 9830 लीटर केरोसीन, बेलहरकलां ब्लॉक मे 8689 लीटर केरोसीन एवं सांथा में 3941 लीटर केरोसीन वितरण का आदेश जारी हुआ। इसप्रकार अभी तक आपूर्ति विभाग द्वारा केरोसिन वितरण को लेकर कई नियम कानून का हवाला दिया गया। अब जब आपूर्ति विभाग का इस कोरोना महामारी में लापरवाही को आम जनता में प्रदर्शित हुई। जिस बाबत तीनों ब्लॉक के कोटेदार के आवश्यकतानुसार 22460 लीटर केरोसीन की जरूरत है। जिसके लिए उपजिलाधिकारी मेहदावल ने दिनांक 27/06/2020 दिन शनिवार को केरोसिन वितरण करने का आदेश जारी किया। 28 जून को रविवार होने के वजह से व आपुर्ति निरिक्षक के न रहने के कारण केरोसीन होलसेलर के यहाँ से वितरण नहीं हो पायेगा। जिससे 29 जून सोमवार से कोटेदार को केरोसिन वितरण किया जायेगा। जिसे कोटेदार गाँव मे ले जाकर आम पात्र ग्रामीण केरोसीन कॉर्ड धारक को 16.80 रुपए प्रति लीटर मे वितरण करेंगे। इस तरह से आपूर्ति विभाग की मनमानी ने ग्रामीण पात्र आबादी को केरोसिन से वंचित रख कर आम आदमी के हित पर चोट पहुँचाई है। जो जिला आपूर्ति अधिकारी के लापरवाही को दर्शाता है।
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