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Sant kabir nagar 2.5 लाख लोगो के बीच से टीबी रोगियों को खोजेंगी 80 टीम




2 नवम्‍बर से 11 नवम्‍बर तक चलेगा सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान
6 अभियानों के दौरान 12.5 लाख लोगों की हो चुकी है स्‍क्रीनिंग

आलोक बर्नवाल

सन्तकबीरनगर। केन्‍द्र सरकार के 2025 तक टी. बी. को जड़ से समाप्‍त करने के अभियान के तहत जिले में सक्रिय टी. बी. खोज अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान जिले के 2.5 लाख लोगों के बीच टीबी रोगियों की खोज की जाएगी। इसके लिए कुल 80 टीम बनाई गई हैं। ये यह टीम घर-घर जाकर लोगों की स्‍क्रीनिंग करेंगी तथा जिन लोगों में टीबी के लक्षण दिखेंगे उनके बलगम की जांच कराई जाएगी।

यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसडी ओझा ने दी। उन्‍होने बताया कि सीएमओ डॉ. हरगोविन्‍द सिंह के दिशा-निर्देशन में दो नवम्‍बर से 11 नवम्‍बर तक  जिले में सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान चलेगा, जिसमें कुल 2.5 लाख की जनसंख्‍या को कवर करते हुए स्वास्थ्य टीम टीबी मरीजों को खोजेंगी। यह टीमें उन क्षेत्रों में नहीं जाएंगी, जहां पर अभियान पहले से ही चल चुका है। टीम का प्रशिक्षण हो चुका है तथा उन्‍हें आवश्‍यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। अभी तक जिले में कुल 6 अभियान चलाए जा चुके हैं और 12.5 लाख जनसंख्‍या को कवर किया जा चुका है। अभियान का एक चरण कोविड के चलते पूरा नहीं हो सका। इस दौरान खोजे गए 270 मरीजों की दवाएं चल रही हैं। इनमें से 236 मरीज पूरी तरह से इस बीमारी से मुक्‍त भी हो चुके हैं। बाकी मरीजों की दवाएं पर्यवेक्षकों के निर्देशन में चल रही हैं।

डॉ. ओझा ने बताया कि टीबी और कोविड के लक्षण मिलते-जुलते हैं, इसलिए ऐसे में खास सावधानी बरतने की जरूरत है। इस तरह के लक्षण वालों की कोविड की जांच के साथ टीबी की भी जांच कराई जा रही है। इससे बचने के लिए जरूरी प्रोटोकॉल जैसे मॉस्क पहनना अनिवार्य है, क्योंकि इन दोनों ही बीमारियों में खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों से संक्रमण का खतरा रहता है, इसलिए अपने साथ दूसरों को सुरक्षित करने के लिए मॉस्क से मुंह और नाक को ढककर रखें।

इस अभियान की तैयारी है पूरीअमित आनंद
राष्‍ट्रीय क्षय रोग उन्‍मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम समन्‍वयक अमित आनन्‍द ने बताया कि जिला क्षय रोग  विभाग के द्वारा टीबी को जड़ से समाप्‍त करने के लिए चलाए जा रहे सभी अभियानों से बेहतर इस अभियान की प्रगति रहती है। इस अभियान के तहत टीबी के वाहकों को मुख्‍य धारा से जोड़कर उनका उपचार करते हैं, ताकि इसका विस्‍तार न हो सके। इसके लिए बनी 80 टीम में कुल 240 सदस्‍य हैं। इसके अतिरिक्‍त 16 सुपरवाइजर, 8 मेडिकल आफिसर, 4 नोडल अधिकारी लगाए गए हैं। जिले में हैसर तथा मेंहदावल में ट्रूनाट मशीन लगा दी गई है। वहीं 1 सीबीनाट मशीन जिला मुख्‍यालय पर है। जिला अस्‍पताल में एक और ट्रूनाट मशीन है, लेकिन इससे कोविड का काम लिया जा रहा है। 

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