गोंडा के मनकापुर सीएचसी में महिला की मौत, परिजनों ने हंगामा करते हुए तोड़फोड़ किया, पुलिस रही हलकान, अस्पताल से स्वास्थ्य कर्मी फरार।
कृष्ण मोहन
उत्तर प्रदेश के गोंडा में इलाज के दौरान महिला की मौत हो जाने से परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। महिला की मौत होते ही अस्पताल के डॉक्टरों सहित सभी कर्मचारी अस्पताल छोड़कर भाग निकले। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर मामले को शांत किया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुधवार के दोपहर पूर्व लगभग 11 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर में इलाज के लिए आई महिला की अस्पताल में मौत हो गई, जिससे परिजनों ने अस्पताल में लगभग 1 घंटे तक हंगामा किया। महिला के शव को एंबुलेंस में रखकर अस्पताल के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल से भाग गए।
अब जानिए पूरा मामला
बताया जाता है कि पड़ोसी जनपद बलरामपुर अंतर्गत सादुल्लाह नगर थाना क्षेत्र के कम्मरपुर गांव की रहने वाली 70 वर्षीय कोयला उर्फ मोहरमा पत्नी मोहम्मद उमर की तबीयत खराब होने के बाद महिला का पोता शमशाद पुत्र रमजान इलाज करवाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा था। जहां चिकित्सकों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार देखकर जिला मुख्यालय के लिए रेफर कर दिया।
इंतजार में टूटा दम
महिला के पोते ने रेफर की स्थिति में घर से परिवार के अन्य सदस्यों के आने की प्रतीक्षा में तत्काल मेडिकल कॉलेज ले जाने से मना कर दिया, कहा कि घर के अन्य लोग आ जाएंगे इसके बाद मेडिकल कॉलेज ले जाएंगे। उधर स्वास्थ्य कर्मियों ने महिला को एंबुलेंस में पहुंचाया, इस दौरान अस्पताल में परिजनों के पहुंचने से पहले महिला ने एंबुलेंस में दम तोड़ दिया। जिससे परिजनों के पहुंचते ही अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया।
भाग निकले डॉक्टर
परिजनों के उग्रता और मौके के नजाकत को देखते हुए स्वास्थ्य कर्मी और चिकित्सक एक-एक करके अस्पताल से नौ दो ग्यारह हो गए। पूरा अस्पताल स्वास्थ्य कर्मियों से विहीन हो गया। मृतक के परिजनों और पुलिसकर्मियों के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग का कोई भी कर्मी नजर नहीं आया।
2 घंटे तक खड़ी रही एंबुलेंस
मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव को ले जाने से इनकार करते हुए मौके पर डॉक्टर को बुलाने की मांग शुरू करते हुए हंगामा काटा, परिजनों का आरोप था कि इंजेक्शन लगाने से महिला की मौत हुई है। इस दौरान महिला का शव एंबुलेंस में पड़ा रहा, जिसके कारण से अस्पताल के मुख्य द्वार पर एम्बुलेंस मृतका के शव को लादकर लगभग 2 घंटे तक खड़ी रही।
हो हल्ला में तोड़फोड़
मौके पर पहुंची पुलिस परिजनों को समझाने में जुटी हुई थी, पुलिस का कहना था कि यदि इलाज में किसी प्रकार से संदेह है, तो महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। लेकिन परिजनों की मांग थी, जिस चिकित्सक ने इलाज किया है पहले उसको मौके पर बुलाया जाए, इसी दौरान परिजनों के साथ आए लोगों ने हो हल्ला करते हुए अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर के गेट पर लगे शीशे को तोड़ दिया। यहां 👇 देखिए वीडियो।
मौके पर पहुंची भारी पुलिस फोर्स
उग्रता व तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही मनकापुर इंस्पेक्टर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए, जिससे हंगामा करने वाले परिजन मौके से भाग खड़े हुए। मृतका के ग्राम प्रधान अनवारुल के पहुंचने के बाद पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया।
बोले अधीक्षक
वही मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक एस एन सिंह ने बताया कि गंभीर दशा में महिला को इलाज के लिए लाया गया था, महिला की बीपी बढ़ी हुई थी, सांस फूल रही थी, स्थिति अत्यधिक गंभीर होने के कारण उसे तत्काल रेफर किया गया था। लेकिन एंबुलेंस में पहुंचने के कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई।
बोले इंस्पेक्टर
वही इस बाबत मनकापुर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पाठक ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही मनकापुर चौकी इंचार्ज पुलिस बल के साथ पहुंच गए थे, कुछ देर बाद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करा दिया है। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया, परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव ले गए।
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