संभल के असमोली में सोशल मीडिया के जरिए अश्लीलता फैलाने का मामला, तीन युवती सहित चार गिरफ्तार, अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए सोशल मीडिया पर अपलोड करती थी वीडियो।
उत्तर प्रदेश के संभल में सोशल मीडिया के जरिए अश्लीलता परोसने वाली तीन युवतियां और एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लगातार पुलिस को अश्लीलता फैलाने की शिकायतें मिल रही थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने इंस्टाग्राम आईडी को ट्रेस करके चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक असमोली थाना क्षेत्र से संचालित इंस्टाग्राम आईडी के जरिए सोशल मीडिया पर लगातार अश्लीलता परोसी जा रही थी, इनके वीडियो को देखकर लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो जाते थे। आपस में बातचीत कर तीनों युवतियां भयानक गालियां देते हुए वीडियो अपलोड करती थी। वीडियो को शूट करने के लिए, घर के अंदर से लेकर बाहरी इलाकों का दृश्य चुना जाता था। बातचीत में मजाक के ऐसे शब्दों का प्रयोग करती थी, कि जिसे सुनकर लोग शर्मसार हो जाते थे।
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वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट |
सस्ती लोकप्रियता का जुनून
इंस्टाग्राम आईडी पर अभद्रता व अश्लीलता परोस कर तीनों युवतियां और युवक महज कुछ ही दिनों में लोगों के लिए सुर्खियों में आ गए थे, हद तो तब गुजर गई जब इन्होंने ऐसी ऐसी गालियों भरा वीडियो बनाया जिसे सुनने के बाद गालियां भी शर्मा जाए। इसके बाद लोगों ने इंस्टाग्राम आईडी से वीडियो डाउनलोड कर पुलिस के ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर ट्वीट करना शुरू कर दिया। इसके परिणाम स्वरूप पुलिस ने 143 इंस्टाग्राम आईडी को ट्रेस करके अश्लीलता परोसने वाली तीन युवतियां और एक युवक को गिरफ्तार कर लिया।
आम के आम गुठलियों के दाम
पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह, सोशल मीडिया के जरिए लोगों में अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ रुपए भी कमा लेती थी। इनका वीडियो जितना वायरल होता था, उससे लगातार कमाई बढ़ रही थी। शुरुआती दौर में ही फॉलोअर्स बढ़ते चले गए, जिसमें कभी गिरावट नहीं देखी गई। इन दिनों वीडियो के जरिए 25 से 30 हजार रुपए प्रतिमाह की कमाई हो जाती थी।
बोले एसपी
संभल पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि महक और परी की 143 नाम की इंस्टाग्राम आईडी को ट्रेस करने पर पता चला कि मेहरुन्निशा उर्फ परी, महक, हिना और जब्बार आलम इंस्टाग्राम चला रहे थे। इन्हें प्रतिमाह 25 से 30 हजार रुपए इनकम होती थी। रुपयों के लालच में आकर गाली गलौज करते हुए इनके द्वारा वीडियो बनाया जा रहा था। सस्ती लोकप्रियता पाने के चक्कर में यह कृत्य किया गया। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ 296 BNS और 67 आईटी एक्ट के तहत जेल भेजा जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक की अपील
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए लोग ऐसा कृत्य न करें, सबको अभिव्यक्ति का अधिकार है, लेकिन उसके भी नियम है। जो भी किया जाए, वह समाज लोक लाज को ध्यान में रखते हुए किया जाए।
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