दुर्गा सिंह पटेल
मसकनवा गोंडा। लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन सिंगारघाट पर में ढलते सूर्य को अर्घ्य दिया गया।बड़ी संख्या में महिलाए अपने घरों से नदी के घाट पर पहुँचकर विधि-विधान से पूजा अर्चना कर ढलते सूर्य को अर्घ्य दी।
हिंदू धर्म से जुड़ी पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, शाम के दौरान सूर्य अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं। ऐसे में छठ पूजा में शाम के समय सूर्य की अंतिम किरण प्रत्यूषा को अर्घ्य देकर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि व्रतधारी महिलाओं को इससे दोहरा लाभ मिलता है।
हिंदू धर्म से जुड़ी पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, शाम के दौरान सूर्य अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं। ऐसे में छठ पूजा में शाम के समय सूर्य की अंतिम किरण प्रत्यूषा को अर्घ्य देकर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि व्रतधारी महिलाओं को इससे दोहरा लाभ मिलता है।
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