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स्थिर लक्ष्मी के लिए सर्वार्थ सिद्धि योग एवं स्थिर लग्न में करें पूजन: पंडित आत्मा राम

 

पंडित आत्मा राम

लक्ष्मी पूजन के लिए सर्वार्थ सिद्धि योग  :दिवाली पर इस बार बहुत ही उत्तम योग बन रहा है।  14 नवंबर शनिवार को दीपावली मनाई जाएगी। स्थिर लग्न में लक्ष्मी कुबेर पूजन का पूजन किया जाएगा। दीपावली पर शनि स्वाति योग से सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। यह योग सुबह से लेकर रात 8:48 तक रहेगा। दिवाली र्वार्थसिद्धियोग के साथ ग्रहों की स्थिति भी बहुत उत्तम है। 

शुक्र बुध की राशि कन्या में , शनिदेव स्वराशि मकर में ,राहु शुक्र की राशि वृष में तो केतु मंगल की राशि वृश्चिक में हैं। इस दिन सूर्य तुला राशि मे ,चंद्रमा शुक्र की राशि तुला में ,पराक्रम कारक ग्रह मंगल गुरु की राशि मीन में , बुध शुक्र की राशि तुला में हैं। बताया जा रहा है कि ग्रहों की इस प्रकार की स्थिति 499 साल पहले 1521 में थी। दिवाली का पूजन स्थिर लग्न में करना अच्छा होता है। कहते हैं कि इस स्थिर लग्न में पूजन करने से माता लक्ष्मी आपके घर में ठहरती है। 

स्थिरलग्न में पूजन महूर्त

वृषभ-सायं 5:30 से 7:30 के मध्य

सिंह -रात 12:00 से 2:15 के मध्य  


 ।। दीपावली के दिन कुछ सरल उपाय धन-धान्य और समृद्धि के लिए ।। 

 दीपावली पूजन में 11 कोड़ियां, 21 कमलगट्टा, 25 ग्राम पीली सरसों लक्ष्मीजी को चढ़ाएं(एक प्लेट में रखकर अर्पण करें)। अगले दिन तीनों चीजें लाल या पीले कपड़े में बांधकर तिजौरी में या जहां पैसा रखते हों वहां रख दे...लक्ष्मी माँ की कृपा आप के धन पर हमेशा बनी रहेगी ।।

  • दीपावली के दिन अशोक वृक्ष की जड़ का पूजन करने से घर में धन-संपत्ति की वृद्धि होती है
  • दीपावली के दिन पानी का नया घड़ा लाकर पानी भरकर रसोई में कपड़े से ढंककर रखने से घर में बरक्कत और खुशहाली बनी रहती है
  • दीपावली के पूजन के बाद शंख और डमरू बजाने से घर की दरिद्रता दूर होती है औरलक्ष्मीजी का आगमन बना रहता है ।
  • दीपावली के दिन पति-पत्नी सुबह लक्ष्मी-नारायण विष्णु मंदिर जाएं और एक साथ लक्ष्मी-नारायण जी को वस्त्र अर्पण करने से कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी।संतान दिन दूनी, रात चौगुनी तरक्की करेगी।
  • दीपावली के दिन इमली के पेड़ की छोटी टहनी लाकरअपनी तिजेरी या धन रखने के स्थान पर रखने से धन में दिनों दिन वृद्धि होती है
  • दीपावली के दिन नया झाड़ू खरीदकर लाएं। पूजा से पहले उससे पूजा स्थान की सफाई कर उसे छुपाकर एक तरफ रख दें। अगले दिन से उसका उपयोग करें, इससे दरिद्रता का नाश होगा और लक्ष्मीजी का आगमन बना रहेगा
  • दीपावली के दिन एकचाँदी की बाँसुरी राधा-कृष्णजी के मंदिर में चढ़ाने के बाद 43 दिन लगातार भगवान श्रीकृष्णजी के कोई भी मंत्र का जाप करें। गाय को चारा खिलाएं और संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। निश्चय ही भगवानश्रीकृष्णजी की कृपा से आपको संतान प्राप्ति अवश्य ही होगी।
  • दीपावली पर गणेश-लक्ष्मीजी की मूर्ति खरीदते समय यह अवश्य ही देखें कि गणेशजी की सूड़ की दांयी भुजा की ओर जरूर मुड़ी हो।इनकी पूजा दीपावली में करने से घर में रिद्धि-सिद्धि धनसंपदा में बढ़ोत्तरी, संतान की प्रतिष्ठा दिनों दिन बढ़ती है।


                        लेखक 

                    ज्योतिषाचार्य

         पं. आत्मा राम पांडेय "काशी"

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