बसपा को खत्म करना चाहते हैं 'दलाल' पदाधिकारी : रमेश गौतम
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। बहुजन समाज पार्टी में रहकर चौदह वर्षों से बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं बसपा संस्थापक मान्यवर कांशीराम के साथ ही बहन जी के मूवमेंट को आगे बढ़ाने का काम पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ किया, लेकिन पार्टी के कुछ 'दलालों' ने एक साजिश के तहत पलभर में निष्कासित करा दिया। यह पार्टी किसान विरोधी है। भाजपा तथा केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध करना महंगा पड़ा, किंतु इसका हमें कोई मलाल नहीं है। मैं कल किसानों के साथ था, आज भी हूं और आजीवन रहूंगा। इसके लिए हमें जो भी कुर्बानी देनी पड़े, हम तैयार हैं।
ये बातें आज अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बसपा से निष्कासित किए गए पूर्व लोकसभा प्रत्याशी मसूद आलम खान व पूर्व विधायक रमेश कुमार गौतम ने कही। मसूद खां ने कहा 14 दिसंबर को उन्होंने किसानों के समर्थन में सरकार के किसान विरोधी कानूनों के विरोध में अपने घर पर उपवास पर बैठे थे, जहां पूर्व विधायक रमेश कुमार गौतम भी पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बहनजी को कोआर्डिनेटर द्वारा गलत जानकारी देकर गुमराह किया गया है। सोशल मीडिया पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आंदोलनरत किसानों का समर्थन किया, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इसका जीता जागता उदाहरण मैं स्वयं तथा पूर्व विधायक रमेश गौतम हैं, जिन्हें सिर्फ किसानों का समर्थन करने के कारण बसपा से निष्कासित कर दिया गया।
वहीं पत्रकारों से बातचीत में पूर्व विधायक श्री गौतम ने कहा कि 30 वर्षों से वे बसपा में विभिन्न जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाते रहे हैं। बहनजी का जब-जब आदेश हुआ तब-तब वह चुनाव लड़े। उन्हें दो-दो मंडलों के कोआर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी गई, जिसे बाखूबी निभाए। इसके साथ ही तमाम बड़े पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन बहनजी को गुमराह करके पार्टी में देवीपाटन मंडल की जिम्मेदारी देख रहे कुछ 'दलालों' ने कुचक्र करके उन्हें तथा मसूद खां को पार्टी से निष्कासित कराने का काम किया है। ये दलाल प्रवृत्ति के लोग देवीपाटन मंडल से बसपा को खत्म करना चाहते हैं।
मसूद के आवास पर उमड़ा जनसैलाब
मंगलवार को मसूद खां व रमेश गौतम के निष्कासन को लेकर बुधवार को मसूद के आवास पर बसपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और समर्थकों का सैलाब उमड़ पड़ा। इसमें जिला, विधानसभा तथा मंडल स्तर के 95 पदाधिकारी शामिल थे। इन पदाधिकारियों ने आज पत्रकारों के समक्ष सामूहिक रूप से त्यागपत्र दे दिया। पदाधिकारियों ने कहा कि रमेश गौतम व मसूद खां इस मंडल में बसपा के दो मजबूत स्तंभ थे। इनके अकारण निष्कासन के बाद पार्टी जिले में अस्तित्व विहीन हो गई है। सिर्फ चापलूस और दलाल किस्म के लोग ही बचे हैं जिनके साथ रहकर काम करना कतई संभव नहीं है।
अध्यक्ष को छोड़कर पूरी जिला कमेटी खत्म!
बसपा के दोनों दिग्गज नेताओं के निष्कासन के विरोध में आज जिलाध्यक्ष को छोड़कर पूरी जिला कमेटी खत्म हो गई। बताया गया कि जिले के उपाध्यक्ष, महासचिव व सचिव समेत सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है। त्यागपत्र देने वालों में पूर्व जिलाध्यक्ष, कटरा बाजार व मनकापुर विधानसभा की पूरी कमेटी के साथ ही अन्य विधानसभा के तमाम पदाधिकारियों ने भी आज अपना इस्तीफा दे दिया।
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