कृष्ण मोहन
मनकापुर गोंडा :मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम प्रेम और भाव के भूखे थे शबरी का प्रेम ही था कि माता सीता मैया की खोज में निकले मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने शबरी के जूठे बेर खाए|श्री हरि भजन, कीर्तन, सत्संग में शामिल होने से आत्मा पवित्र हो जाती है| प्रभु श्री राम के कथा का रसास्वादन करने से कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं|
उक्त उद्बोधन नैमिष से आयी कथा व्यास मानस मोहिनी ने 16 दिसंबर सेमोतीगंज क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम सोठिया में शिव मंदिर पर सोलह दिसम्बर से अनवरत चले नौ दिवसीय श्री राम कथा वाचन के दौरान कहीं|इस दौरान कलाकारों द्वारा श्री सीताराम विवाह, शिव विवाह जैसी मनमोहक झांकियां निकाली गई|
प्रभु श्री राम कथा पूर्णाहुति के उपरांत हवन पूजन व विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया।
इस विराट में कार्यक्रम संचालक पण्डित श्री श्याम जी महाराज , मंदिर अध्यक्षा श्रीमती इन्द्रपती पाण्डेय, यजमान अर्जुन पाण्डेय, ओमप्रकाश पाण्डेय, झिन्नु पाण्डेय, संजय पाण्डेय, श्रवण कुमार पाण्डेय व कार्यकर्ता बलराम पाण्डेय,अजय कुमार पाण्डेय(राजन), दिवाकर पाण्डेय, देवप्रकाश पाण्डेय, विनय पाण्डेय, देवी प्रसाद, अखिलेश, अरविन्द, प्रमोद, राजेश, रवि, अशोक, सुधीर आदि कार्यकर्ता व ग्रामवासी उपस्थित रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ