गोण्डा: गुरुवार को सपा के पूर्व विधायक राम विशुन आजाद को" जन जागरण किसान यात्रा" पर रोक लगाते हुए उनके आवास पर पुलिस ने जबरन रोक दिया। विधायक श्री आजाद ने सैकडो सपा पदाधिकारियों व कार्य कर्ताओं की मौजूदगी में राष्टपति को सबोधित दस सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम हीरा लाल को सौंपा । ज्ञापन में कहा है कि किसान विरोधी काला कानून किसानो के हित में सरकार वापस ले,भाजपा सरकार द्वारा किसानो को उनके फसल की लागत का दोगुना मूल्य दिलाने का नारा खोखला साबित हुआ है,अपने वादे पर सरकार अमल करे।
किसानो का ऋण माफ किया जाय,गन्ना किसानो का बकाया मूल्य व्याज सहित भुगतान कराया जाय,बेसहारा जानवरो से किसानो की खडी फसलो के नुकसान होने वाले किसानो को मुआयजा दिया जाय और जानवरो पर अंकुश लगाया जाय,न्याय पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर एक कृषि केन्द्र खोला जाय जिससे ग्रामीण कृषि क्षेत्र में कृषि सम्बधी जानकारी दी जाय,महिला किसानो को क्रेडिट कार्ड दिया जाय,सपा नेता व कार्यकत्ताओं का उत्पीडन बंद किया जाय,आंदोलन कर रहे किसानो पर अत्याचार न करके उनके समस्याओ पर विचार किया जाय,मनकापुर विधान सभा में क्षति ग्रस्त सड़को नवीनीकरण किया जाय। पूर्ब लाक प्रमुख/ किसान सभा के अध्यक्ष बलराम यादव ने कहा कि किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। भाजपा सरकार तानाशाह बनी हुई है।किसान देश का अन्नदाता है लेकिन आज सडको पर प्रदर्शन कर रहा है लेकिन यह भाजपा सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है। सरकार पुलिस के बल पर जन जागरण किसान यात्ररा रोक रही है। पूर्व विधायक के आवास मूसेगंज पर स्थानीय प्रशासन द्वारा पुलिस छावनी में तब्दील कर विधायक जन जागरण यात्र नहीं निकालने दिया।इस मौके पर विजय आजाद, ऋऐअजय आजाद,रवि मिश्र, जयसेन सिंह,जैश वर्मा, कपिलदेव वर्मा, नगर अध्यक्ष मो0 शरीफ विधान सभा सचिव पप्पू पाडेय मौजूद रहे |
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