कोरोना टीकाकरण के लिए प्रशिक्षित किए गए ब्लॉक स्तरीय कर्मचारी व अधिकारी
प्रशिक्षकों ने विविध दिशा-निर्देशों से ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षकों को अवगत कराया
आलोक बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। सीएमओ डॉ. हरगोविन्द सिंह ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा। इस दौरान पहले जिले के 5286 सरकारी व 1205 प्राइवेट अस्पताल के कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण में निर्धारित दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से ध्यान रखें। इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह बातें उन्होने सीएमओ कार्यालय के सभागार में कोरोना टीकाकरण के लिए ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षकों की टीम को सम्बोधित करते हुए कहा। इस दौरान कोरोना रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) के प्रभारी डॉ. ए के सिन्हा ने बताया कि टीकाकरण में ओपन वायल पालिसी लागू नहीं होगी। अर्थात जो टीका खुल जाएगा उसे फिर रखा नहीं जाएगा। वहीं सभी कर्मचारियों के पास एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्युनाइजेशन (एईएफआई) भी होगी, ताकि प्रतिकूल परिस्थिति में निपटा जा सके । इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस रहमान ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने कहा कि यह टीकाकरण जिला अस्पताल और सीएचसी-पीएचसी पर ही होगा। इस दौरान कुल तीन कमरे बनेंगे, एक वेटिंग रुम होगा, एक वैक्सीनेशन तथा एक रेस्ट रुम होगा जिसमें टीका लगने के बाद 30 मिनट तक आराम करना होगा। जिला वैक्सीन एवं कोल्ड चेन प्रबनधक ( ईविन ) सुशील कुमार मौर्या ने बताया कि ज्यादातर टीकों को दो से आठ डिग्री सेल्सियस के तापमान में रखा जाना है| भारत में बाकी लगने वाले टीके भी इसी तापमान पर सुरक्षित रखे जाते है । स्वास्थ्य मंत्रालय के पास ईविन (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) है जिससे टीकों के स्टॉक और तापमान की रियल टाइम जानकारी मिलती है | इसी सिस्टम से कोविड-19 के टीकों की जानकारी भी मिलेगी।
प्रशिक्षण देने वालों में यूनिसेफ के प्रतिनिधि बेलाल अनवर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. संदीप पाटिल , सभी ब्लॉक क्षेत्रों के बीपीएम, अधीक्षक, बीसीपीएम, सीडीपीओ, डाटा इण्ट्री आपरेटर तथा अन्य लोग शामिल रहे।
100 लोगो का टीकाकरण 5 सदस्यों की टीम करेगी
एसीएमओ आरसीएच डॉ. मोहन झा ने बताया कि जिस जगह पर 100 लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था होगी, वहाँ पर 5 सदस्यों की टीम रहेगी जिसमें एक टीकाकरण अफसर होगा। इस टीम में (एमबीबीएस/बीडीएस), स्टाफ नर्स, फार्मसिस्ट, एएनएम और लेडी हेल्थ विज़िटर होगी। जहां लाभार्थियों की संख्या100 से ज्यादा होगी, वहाँ एक और वैक्सीनेटर की ड्यूटी लगाई जाएगी । इसके अलावा 4 वैक्सीनेशन अफसर होंगे जिनमे एक (पुलिस, होम गार्ड, डिफेन्स सर्विसेज़/ नेहरू युवा केंद्र तथा अन्य संस्थाओं के स्वयंसेवक लाभार्थियों के कागज देखेंगे। दूसरा वैक्सीनेशन अफसर इन कागजों की जांच करेगा और तीसरा और चौथा लाभार्थियों का प्रबंधन करेंगे और टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक उनकी देखरेख के लिए मौजूद रहेंगे। इस दौरान आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त टीम की व्यवस्था की जाएगी।
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