अलीम खान
अमेठी: आज जवाहर नवोदय विद्यालय गौरीगंज के प्रांगण में यूपी दिवस के दूसरे दिन भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत दो दिवसीय कृषक बागवानी विकास गोष्ठी/किसान मेला का आयोजन किया गया।
गोष्ठी/मेले का शुभारंभ जिला विकास अधिकारी प्रदीप पांडे द्वारा किया गया। गोष्ठी में उद्यान, कृषि विभाग की ओर से अपनी अपनी योजनाओं का प्रचार प्रसार विभागीय अधिकारियों तथा विशेषज्ञों द्वारा उपस्थित जनसमुदाय के समक्ष किया गया। गोष्ठी में उद्यान विभाग के साथ-साथ वन विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, बाल विकास, लघु सिंचाई, सहकारिता तथा स्वयंसेवी संस्थाओं एवं निजी कंपनियों द्वारा स्टाल के माध्यम से किसानों को जानकारी दी गई। गोष्ठी में जिला उद्यान अधिकारी डा. बलदेव प्रसाद द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी के साथ नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या के डॉक्टर शशांक शेखर सिंह द्वारा कृषकों को तकनीकी जानकारी दी गई। गोष्ठी में बागवानी प्रदर्शनी के व्यक्तियों को पुरस्कृत करते हुए उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अन्य अधिकारियों द्वारा भी अपने-अपने विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। गोष्टी व प्रदर्शनी में जनपद के प्रगतिशील किसान सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।
गोष्ठी/मेले का शुभारंभ जिला विकास अधिकारी प्रदीप पांडे द्वारा किया गया। गोष्ठी में उद्यान, कृषि विभाग की ओर से अपनी अपनी योजनाओं का प्रचार प्रसार विभागीय अधिकारियों तथा विशेषज्ञों द्वारा उपस्थित जनसमुदाय के समक्ष किया गया। गोष्ठी में उद्यान विभाग के साथ-साथ वन विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, बाल विकास, लघु सिंचाई, सहकारिता तथा स्वयंसेवी संस्थाओं एवं निजी कंपनियों द्वारा स्टाल के माध्यम से किसानों को जानकारी दी गई। गोष्ठी में जिला उद्यान अधिकारी डा. बलदेव प्रसाद द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी के साथ नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या के डॉक्टर शशांक शेखर सिंह द्वारा कृषकों को तकनीकी जानकारी दी गई। गोष्ठी में बागवानी प्रदर्शनी के व्यक्तियों को पुरस्कृत करते हुए उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अन्य अधिकारियों द्वारा भी अपने-अपने विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। गोष्टी व प्रदर्शनी में जनपद के प्रगतिशील किसान सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।
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