2 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 23 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगा आरोग्य मेला
मेले में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण करते रहे अधिकारीगण, देते रहे विविध दिशा निर्देश
आलोक बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे आरोग्य मेले में जिले के 2 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 23 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क जांच व इलाज की सुविधा दी गई। धनघटा में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने मुख्यमन्त्री आरोग्य मेले का उदघाटन किया। मेले में मौसमी बुखार की जांच के अलावा प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के साथ गर्भवती, बाल और किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी जांच पर खास जोर रहा। इस दौरान कुल 1723 मरीजों का इलाज किया गया, इनमें से 23 को उच्च स्वास्थ्य इकाइयों पर रेफर किया गया।
धनघटा में स्वास्थ्य मेले का उदघाटन करते हुए सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने कहा कि यह सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। लोगों तक स्वस्थ बनाने के लिए सरकार निरन्तर प्रयत्नशील है। इस आयोजन में स्वयंसेवी योगदान के लिए निजी क्षेत्र के चिकित्सकों को भी आगे आने चाहिए। प्रयास हो कि मेले में वह सभी सुविधाएं एक ही जगह पर लोगों को मिल जाएं जिसके लिए उन्हें बाकी दिनों में कामकाज छोड़कर अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरगोविन्द सिंह ने बताया कि 21 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जबकि 2 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाना है। कोरोना काल में स्वास्थ्य मेले का आयोजन रोक दिया गया था। लेकिन 10 जनवरी से यह मेला फिर शुरु हुआ है। मेले के नोडल अधिकारी डॉ ए के सिन्हा ने बताया कि कुल 1723 मरीजों का मेले में इलाज किया गया। इसमें 683 पुरुष, 850 महिला तथा 190 बच्चे शामिल थे।
इस अवसर पर मेले के नोडल अधिकारी डॉ ए के सिन्हा समेत, एसीएमओ आरसीएच डॉ मोहन झा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा, जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ वेद प्रकाश पाण्डेय, एपीडेमियोलाजिस्ट मुबारक अली, डीपीएम विनीत श्रीवास्तव, डीसीपीएम संजीव सिंह, जिला समन्वयक आर के एस के दीनदयाल वर्मा, मनीष मिश्रा, नगरीय समन्वयक सुरजीत सिंह निरन्तर सहयोगात्मक पर्यवेक्षण करते रहे।
सबसे अधिक सांस व त्वचा के रोगी
आज के मेले में त्वचा व सांस के रोगियों की संख्या सबसे अधिक रही। इसमें सांस के 221 व त्वचा के 297 रोगी सामने आए। वहीं डायबिटीज के 92, उदर रोगी 68 , उच्च रक्त चाप के 119, एनीमिया के 32, गर्भवती 73, अन्य रोगी 821, त्वचा रोग के 297 व उच्च केन्द्रों को 23 मरीज संदर्भित किए गए । जिनमें 3 को मेडिकल कालेज गोरखपुर व 20 की सर्जरी के लिए अन्य स्वास्थ्य इकाइयों पर रेफर किया गया।
आयुष्मान के 174 गोल्डन कार्ड भी बनाये गए
मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगा कर 174 लोगों के गोल्डेन कार्ड भी बनाए गए। सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक रविवारीय स्वास्थ्य मेले में प्रयास होगा कि ज्यादा से ज्यादा केंद्रों पर कैंप लगा कर लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड की सुविधा प्रदान की जाए।
जाँच में निकले दो पॉजिटिव
मेले के दौरान अधिक से अधिक लोगों की एण्टीजन विधि से कोरोना जांच के निर्देश पर जिले में 519 लोगों की कोरोना जांच भी की गई। इनमें से 2 पाजिटिव आए हैं। पाजिटिव आने वाले मरीजों का स्थानीय स्वास्थ्य इकाइयों की आर आर टी टीम की निगरानी में होम आइसोलेशन में रखा गया है।
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