एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। शिक्षा ही संस्कार की जननी है। बिना शिक्षा के किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास संभव नही। आज के भौतिकता वादी युग मे हम पाश्चात्य सभ्यता से इतनी तीव्रता से प्रभावित हो रहे है कि अपनी संस्कृति एवं सभ्यता से दूर होते जा रहे है।
इसलिए विद्यालयों को चाहिए कि वो बच्चो को सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित रखने के बजाय उन्हें संस्कार परक शिक्षा पद्धति से अधिक से अधिक जोड़े। उक्त बातें मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा ने विकास खण्ड शिवगढ अंतर्गत जगदीशपुर स्थित ज्ञानोदय बाल विद्या मंदिर के वार्षिकोत्सव एवं प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में प्रतिभाग के दौरान कही।
इसके पूर्व उन्होंने विद्यालय के नए पुराने प्रतिभावान छात्र छात्राओं शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि उद्यमी सुनील दुबे एवं ब्लॉक प्रमुख गौरा राकेश सरोज ने भी विद्यालय के छात्र छात्राओं को शुभकानाएं देते हुए विद्यालय की प्रगति मे सहयोग प्रदान करने के लिए आश्वस्त किया। प्रधानाचार्य हरिशंकर तिवारी ने सभी का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में अजय ओझा, नीरज ओझा, शिवम ओझा, सुरेश मिश्र, समाज सेवी रमेश मिश्र, संतोष दुबे, ननकऊ मिश्र, सचिन तिवारी, विक्कू मिश्र, अरविंद पाण्डेय व पोड़ई इत्यादि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन प्रदीप पाण्डेय ने किया।
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