इतनी कम उम्र में युवा पत्रकार का जाना पत्रकार जगत की अपूर्णीय क्षति - इंद्रजीत शुक्ल
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। बेलहरकला विकास खण्ड के तेज तर्रार पत्रकार अनिल यादव का असमय जाना क्षेत्र के पत्रकार ही नही क्षेत्रीय निवासियों में भी बेहद दुख है। इस तरह से एक युवा पत्रकार के दुखद असमय मृत्यु को सोचा भी नही था कि इस तरह से दुनिया से विदा हो जाएंगे। युवा पत्रकार अनिल यादव का रविवार को शाम को आकस्मिक निधन हो गया। रविवार शाम अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। अनिल यादव हिंदुस्तान समाचार पत्रों में थे। श्री यादव जनपक्षीय पत्रकारिता के हमेशा पैरोकार रहे। उनके निधन की खबर से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई।मंगलवार को ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत शुक्ल के अध्यक्षता में डाक बंगले पर उनके आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। उनके निधन पर जीपीए समेत विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया।
दिल का दौरा पड़ने पर अनिल यादव को रविवार को रुधौली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार शाम उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह अपने पीछे पूरे परिवार को छोड़ कर गए हैं। जीपीए के जिलाध्यक्ष ने परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। जीपीए के जिलामहामंत्री तारेश सिंह ने कहा कि अनिल यादव की कलम में परिवर्तन की पैनी धार थी। उन्होंने पत्रकारिता की भाषा को साहित्य की भाषा को जोड़ने का कार्य बखूबी किया। पत्रकार पूरन सिंह ने युवा पत्रकार के निधन को समाज के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। इस दौरान केडी सिद्दीकी, पूरन सिंह, तारेश सिंह, विश्वदेव शर्मा, आलोक बर्नवाल, वीरेंद्र मणि, बनारसी चौधरी, विनोद अग्रहरि, सुनील अग्रहरी, प्रदीप कुमार वर्मा, चंदन बर्नवाल, शैलेंद्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
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