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Pratapgarh:सस्ती व सुलभ चिकित्सा पद्धति है होम्योपैथी : अनिल त्रिपाठी


जयंती पर याद किए गए होम्योपैथी के जनक डॉ.हैनिमैन
एस•के•शुक्ला
प्रतापगढ़। होम्योपैथी सस्ती व सुलभ चिकित्सा पद्धति है। डा. हैनिमैन सच्चे समाज सेवी थे। उन्हीं की देन है कि आज इस पैथी से गरीब तबका भी स्वास्थ्य लाभ पा रहा है। यह बातें रंजीतपुर चिलबिला के दिलराज निकेतन पर सेवा निवृत्त डीएचएमओ डॉ.हरिकेश बहादुर सिंह व डॉ.चन्देश बहादुर सिंह 'ध्रुव' के आयोजकत्व में बाबू राम करन सिंह मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित होम्योपैथी के जनक डॉ.हैनिमैन जयंती समारोह के मौके पर पं•अनिल प्रताप त्रिपाठी प्रवात ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में कहीं। उन्होंने कहा कि इसके विकास को लेकर शासन को भी पहल करनी चाहिए।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा डा. हैनिमैन व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई। इस मौके पर डां•हरिकेश बहादुर सिंह ने होम्योपैथी के गुणों से लोगों को परिचित कराते डा. हैनिमैन के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला।इस मौके पर डॉ उत्कर्ष श्रीवास्तव ने हनीमैन के जीवन पर विस्तृत बताते हुए होम्योपैथी पद्धति को एक अनोखी पद्धति बताया।
कार्यक्रम के आयोजक मण्डल द्वारा मुख्य अतिथि अनिल प्रताप त्रिपाठी व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डां • दयाराम मौर्य को अंगवस्त्रम व माल्यार्पण कर सम्मानित किया। आए हुए अतिथियों के प्रति आभार कार्यक्रम के संयोजक अखिल नारायण सिंह 'अकेला' व शंकर सरन सिंह ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वारिष्ठ साहित्यकार डॉ.दयाराम मौर्य रत्न व संचालन कवि सुरेश नारायण व्योम ने किया।कार्यक्रम के मौके पर डॉ प्रेम शंकर जायसवाल, पंकज, सौरभ, अजीत कुमार, आनंद मोहन ओझा, देवेंद्र गुप्ता एडवोकेट, डॉक्टर प्रतीक सिंह, जूबाए पुरातन के कनिष्ठ उपाध्यक्ष शिवेश शुक्ल एडवोकेट, अजय कुमार, गुड्डू सिंह, राम अभिलाख मौर्य, धर्मेंद्र सिंह, मनमोहन सिंह, डॉ जगदीश श्रीवास्तव, शेष नारायण दुबे राही, सहित आदि मौजूद रहे।

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