रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। कोरोना काल मे ऑनलाइन या पोर्टल पर शिकायतों का निस्तारण भी केवल ऑनलाइन तरीके से हो रहा है। जांच अधिकारी मनमानी रिपोर्ट लगा रहे हैं। जिससे पीड़ितों की समस्या बढ़ती जा रही है। जिसका उदाहरण ग्राम सकरौरा ग्रामीण है। यहां के मजरा जानकी पुरवा निवासी सुरेंद्र ने पोर्टल के माध्यम से आनलाइन शिकायत की थी कि उसके भूमि में लगे वृक्ष को गांव के ही लोग दबंगई के बल पर काट लिया हैं। जिस पर तीन जांच अधिकारियों ने अलग अलग रिपोर्ट लगाकर मामले को निस्तारित कर दिया। दूसरा मामला ग्राम पैरौरी के राजस्व ग्राम बबुरास से जुड़ा है। यहां के निवासी शोभाराम ने पोर्टल के माध्यम से आन लाइन शिकायत किया है। जिसमे कहा गया है कि उसके पत्नी के नाम से अंत्योदय राशन कार्ड बना है। कोटेदार उसे राशन नही दे रहा है। 14 मई की सुबह वह राशन लेने गया तो कोटदार व उसके पुत्र ने राशन देने के बजाय उसे गाली देकर भगा दिया और दुबारा आने पर मारने व राशन कार्ड निरस्त कराने की धमकी दी। आरोप है कि जांच करने गए पुलिसकर्मी ने कोटेदार से मिलीभगत करके राशन कार्ड निरस्त होने का रिपोर्ट लगा दिया। जब कि उसका राशन कार्ड आज भी बहाल है। कोतवाल सन्तोष कुमार सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में है। मामला पूर्ति विभाग का है, जांच अधिकारी ने राशन कार्ड निरस्त होने की गलत रिपोर्ट लगा दी है। उन्होंने बताया कि राशन कार्ड से सम्बंधित मामला होने की वजह से एसडीएम के पास उसे भेज दिया गया है।
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