रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना कर्फ्यू मजाक बन चुका है। न चेहरे पर मास्क, न दुकानें बंद, न ही सामाजिक या कार्यक्रमों पर कोई रोक टोक है।
लोग खुलेआम कानून का उलंघन करते हुये महामारी को खुली चुनौती दे रहे हैं। बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये सरकार ने कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया था। व्यवस्था चुस्त दुरुस्त होने की वजह से कुछ दिन तक सब कुछ सही था। मगर धीरे धीरे व्यवस्था शिथिल होती गई जिसे देखते हुये लोग खुलेआम घूमने लगे। शटर गिराकर दुकानदारी होने लगी। ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा बाजार में ग्राहकों की भीड़ भी बढ़ने लगी। अब सरकार की गाइड लाइन को ताख पर रखकर दुकान के अंदर ग्राहकों की भीड़ जुटाई जाने लगी। बिना रोंक टोक के वाहनों पर सामान लदकर दूरदराज जाने लगा। सब कुछ सामान्य देखकर शादी व्याह में लोगों की भारी भीड़ जमा होने लगी। जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा भी बढ़ गया है। यदि इस पर अंकुश नही लगाया गया तो मौत का तांडव फिर से शुरू हो सकता है। पुलिस क्षेत्राधिकारी मुन्ना उपाध्याय कहते हैं, कि कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन कराने का निर्देश थानाध्यक्षों को दिया जा रहा है। कानून का उलंघन नही होने दिया जायेगा।
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