इमरान अहमद
गोंडा : लेखपाल ने राजस्व अभिलेखों में हेराफेरी कर गांव के नवीन परती की जमीन को आबादी के खाते में दर्ज करा कर उक्त भूमि पर गांव के ही एक व्यक्ति को आवासीय पट्टा दिए जाने की कार्यवाही शुरू कर दी । शिकायत के बाद एसडीएम ने नायब तहसीलदार से जांच कराई, तो लेखपाल के कारनामों की पोल खुल गई ।
वीडियो बयान पीड़ित
प्रकरण जनपद के मनकापुर तहसील के गांव बैरीपुर रामनाथ के मजरा विरतिया में नवीन परती की जमीन पर गांव के ही राजेश पुश्तैनी से टीन सेट रखकर गुजर बसर कर रहे हैं । उक्त गाटा संख्या 274 जो राजस्व अभिलेखों में नवीन परती के खाते में दर्ज थी । लेखपाल ने फर्जी रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम को गुमराह करते हुए आबादी के खाते में दर्ज करा कर गांव के ही साधना पत्नी रविंद्र का मकान बना होना दर्शाकर आवासीय पट्टा देने की कार्यवाही शुरू कर दी । पीड़ित ने बताया जब उसे इस बात की जानकारी हुई । तो उसने उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर जांच कराए जाने की मांग की । जिस पर एसडीएम ने नायब तहसीलदार से जांच कराई तो लेखपाल के कारनामे की पोल खुल गई । नायब तहसीलदार ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि उक्त भूमि पर राजेश ने बांस बल्ली के सहारे टीन सेट रख लिया है । उस जमीन पर कोई स्थाई निर्माण नहीं है । लेखपाल द्वारा असत्य भ्रामक रिपोर्ट देकर आदेश कराया गया है । हालांकि रिपोर्ट आने के बाद एसडीएम ने अपने आदेश को निरस्त करते हुए पुनः उसे नवीन परती के खाते में दर्ज करने का आदेश दे दिया । लेकिन हैरानी की बात यह है आरोप सिद्ध होने के बाद भी तहसील प्रशासन द्वारा आरोपी लेखपाल पर कोई कार्यवाही नहीं की गई । जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय है । इस संबंध में एसडीएम हीरालाल ने सोमवार को बताया की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आदेश को निरस्त करते हुए पुनः नवीन परती के खाते में दर्ज करने के लिए आदेश पारित कर दिया गया । यह पूछे जाने पर जालसाजी में संलिप्त लेखपाल के ऊपर भी कोई कार्यवाई की गई है । तो उन्होंने बताया कि लेखपाल पर अलग से कार्यवाही की जाएगी ।
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