आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। बखिरा कस्बे में अवैध रूप से टैक्सी स्टैंड होने से आये दिन जाम लगा रहता है। इसके साथ ही कस्बे में पटरियों पर दुकानदारों का कब्जा तो दूसरी ओर बेतरतीब खड़े वाहन। ऐसे में जाम की स्थिति नहीं बनेगी तो क्या होगा। यही दोनों वजहें बखिरा कस्बे में जाम होने का सबब बन रही हैं। जहां जाम से प्रमुख चौराहों पर वाहनों की चिल्ल पों है तो वहीं पटरी पर अतिक्रमण से पैदल चलना दुश्वार है। हद यह है कि इससे बेखबर नगर पंचायत ने नगर में कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था ही नहीं की है। हालांकि अधिकारी भी इन्हीं रास्तों से गुजरते हैं लेकिन इसकी अनदेखी उनकी फितरत में शामिल हो चुकी है। कस्बे के मंगल बाजार, घघसरा रोड, इंटर कालेज तिराहा रोड और मेंहदावल जाने वाले मार्गो की हालत सबसे अधिक कष्टकारी है। इन मार्गो पर आधा तो दुकानदार और ठेले, खोमचे वाले कब्जा कर लेते हैं और आधे में दो-चार पहिया वाहन खड़े होने से रास्तों को संकरा बनाने में कसर नहीं छोड़ते। अब ऐसे में लोगों का पैदल चलना तक मुश्किल हो रहा। जिम्मेदार नगर पंचायत ने अभी तक पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं की है। बखिरा के ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग किसी न किसी कार्य से बखिरा आते हैं। कस्बे में घुसते ही उन्हें घंटों जाम से जूझना पड़ता है। स्थिति यह हो जाती है कि जाम लगने के बाद कई घंटे इससे निकलने में लग जाते हैं।
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