गोण्डा: गरीब छात्र-छात्राओं को भारत सरकार के सीएसआईएस योजना के लाभ में इंडियन बैंक मनकापुर के हीला हवाली के कारण पात्र लाभार्थी लाभ से वंचित हो रहे हैं।
भारत सरकार ने देश के तकनीकी व व्यावसायिक उच्च शिक्षा के लिए साढे चार लाख से कम आय वर्ग के छात्र छात्राओं के शिक्षा ऋण पर व्यज पर छूट की लोकप्रिय योजना चलाई जा रही है ।जिससे जरूरत मंद लोगों को पढाई के लिए आर्थिक समस्या से न जूझना पडे ।सरकार की तमाम योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक शाखाओं में दलालों व बैंक कर्मचारियों तक सीमित रह जाती है जानकारी का अभाव और नौकरशाही के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी रियायतें व रियायतों को दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का खेल चल रहा है हां यही कर्मचारी व उनके कथित सहयोगी उनके साथ खडे मिलते हैं जिससे ऋण अदायगी न करके इनको उपकृत कर दिया जाता है पहले इलाहाबाद बैंक के नाम से जाना जाने वाला बैं इनडियन बैंक मनकापुर में इन दिनों कोई शाखा प्रबंधक नहीं है प्रभारी शाखा प्रबंधक का दायित्व देख रहे कर्मचारी ने सी एस आई एस योजना के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की गई ।बैंक के बडे अधिकारियों का फोन नहीं उठता फिर भारत सरकार की जनहित में चल रही योजनाओं का क्या पुरूसाहाल होगा ? अगर गहराई से छानबीन की जाय तो ग्रामीण क्षेत्रों में लोन आबंटन ,लोन वसूली में खूब खेल हो रहे हैं ।
सूत्र बताते हैं कि शाखा प्रबंधकों द्वारा कमीशन लेकर अपात्र व्यक्तियों को खूब माला मार करके खुद माला माल हुए बहुतों की जुगाड़ बता कर मानकों के विपरीत ऋणमाफी की गई ।इंडियन बैंक मनकापुर के क्रियाकलापों की सघध जांच किया जाना जनहित व बैंकिंग व्यवस्था के लिए आवश्यक है।
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