रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज के बाढ़ प्रभावित गांव नकहरा में स्थिति अब सामान्य होने की तरफ बढ़ रही है।
घाघरा का जलस्तर घटने के साथ-साथ बाढ़ से प्रभावित गांवों से भी पानी निकलना शुरू हो गया है। इसी बीच रविवार को सांसद प्रतिनिधि व उप जिलाधिकारी द्वारा 435 बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री किट का वितरण किया गया।
वहीं 1562 जनसंख्या को जब राहत मिली तो उनके चेहरे खिल गए। रविवार को सरयू (घाघरा) का जलस्तर खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर चल रहा था।
वहीं तेजी से घट रहे जलस्तर से सोमवार तक खतरे के निशान से नीचे आ जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
घाघरा में आई बाढ़ के कारण करनैलगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम नकहारा के 16 मजरों के 435 परिवार एवं 1562 जनसंख्या प्रभावित हो रही थी।
यह सभी 435 परिवार अपना घर बार छोड़कर खुले आसमान के नीचे या बांध पर व सुरक्षित स्थानों पर शरण ले चुके थे। उन्हें राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा था।
मगर रविवार को उप जिलाधिकारी हीरालाल, सांसद प्रतिनिधि पुरुषोत्तम सिंह एवं जिला पंचायत सदस्य विवेक सिंह ने संयुक्त रूप से 435 परिवारों को राहत किट का वितरण किया।
उप जिलाधिकारी ने बताया कि राहत किट में 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 10 किलो आलू, 5 किलो लइया, 2 किलो चना, 2 किलो अरहर दाल, नमक, मिर्च एवं सब्जी मसाला, मोमबत्ती, बिस्कुट, माचिस, साबुन, रिफाइंड, गुड आदि को शामिल करके किट बनाया गया था।
जिसका वितरण किया गया है। एसडीएम ने बताया कि जो परिवार आसमान के नीचे थे। उन्हें त्रिपाल छाजन की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा पेयजल के लिए पानी का टैंकर मंगाया गया है और लगातार बाढ़ राहत केंद्र पर सभी विभागों की टीम मौजूद रहकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में निगरानी कर रही है।
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