पंजाब पुलिस ने चचेरे भाई के साथ भेजा प्रेमी के घर, अब प्रेमी व परिजन कर रहे प्रताड़ित
3 माह से न्याय के लिए दर-दर भटक रही पीड़िता, नहीं सुनी जा रही फरियाद
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। पंजाब प्रांत की एक महिला को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया और शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाता रहा। मां की बीमारी का बहाना बनाकर युवती से पचास हजार रुपए भी ऐंठ लिया और यह आश्वासन देकर घर चला आया कि वापस आने पर शादी करेगा। पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी जब वह वापस नहीं गया तो महिला चचेरे भाई के साथ घर पहुंची।
यहां पहुंचने के एक सप्ताह बाद वह अपना घर छोड़कर फरार हो गया। कुछ दिनों बाद वापस लौटा लेकिन अब आरोप है कि परिजनों के साथ मिलकर प्रेमिका को प्रताड़ित कर रहा है। महिला थाने से लेकर अधिकारियों की चौखट तक दस्तक दे रही है, लेकिन उसकी फरियाद सुनकर न्याय दिलाने वाला कोई नहीं है।
मामला जिले के खरगूपुर थाना क्षेत्र के बभनी सराय गांव का है। यहां का निवासी विजय पुत्र चिंताराम पंजाब प्रांत के लुधियाना में रहकर नौकरी करता था।
वहीं एक कंपनी में युवती भी काम करती थी और दोनों का अगल बगल ही कमरा था, जिससे दोनों में बातचीत होती थी और धीरे धीरे आना जाना भी हो गया। इस बीच दोनों में प्यार हो गया।
डीआईजी समेत अन्य पुलिस उच्चाधिकारियों को दिए गए शिकायती पत्र में पीड़िता ने आरोप लगाया है कि शादी का झांसा देकर उसका प्रेमी उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा।
पीड़िता के मुताबिक उसके मां-बाप, भाई-बहन कोई नहीं है। इसीलिए उसे भी एक जीवनसाथी की आवश्यकता थी।
आरोप है कि अपनी शादी के लिए उसने 50 हजार रुपए इकट्ठा करके रखा था, जिसे विजय ने यह कहकर ले लिया कि उसकी मां की तबीयत खराब है। वह घर जा रहा है। वापस आने पर शादी करेगा।
काफी समय तक वह वापस नहीं लौटा तथा अपना मोबाइल बंद कर लिया। इसकी सूचना उसके द्वारा लुधियाना के टंडारी थाने पर दी गयी जिस पर वहां की पुलिस ने उसके चचेरे भाई के साथ उसे प्रेमी के घर भेज दिया।
आरोप है कि एक हफ्ते तक उसके घर में रहने के बाद उसने महिला को कोई नशीला पदार्थ खिलाकर उसे पृथ्वीनाथ मंदिर के पास स्थित गांव के एक यादव के हाथों 30 हजार रुपए में बेच दिया।
जब उसे होश आया तो वह खुद को यादव के घर में पाया। यादव ने महिला को बताया कि विजय ने उससे 30 हजार रूपये लिए हैं। इसकी सूचना महिला द्वारा खरगूपुर थाने को दी गई।
वहां से पुलिस ने एक बार फिर विजय व उसके परिवार को बुलाकर उनके साथ भेज दिया। आरोप है कि वहां पर उसके प्रेमी के पिता व बड़े भाई उसके साथ छेड़खानी करने लगे।
जब इसका विरोध किया तो रात में महिला को परिवार वालों ने जान से मारने की कोशिश की, लेकिन वह थोड़ी दूर स्थित प्रधान के घर जाकर अपनी जान बचाई। पीड़िता का कहना है कि कई बार सूचना देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इस संबंध में थानाध्यक्ष खरगूपुर ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। उसके पति के साथ सामंजस्य बैठाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही महिला थाने से भी जांच की जा रही है।
हालांकि इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुलिस ने अभी तक पीड़िता की प्राथमिकी तक नहीं दर्ज की है।
सवाल यह उठता है कि बगैर एफआईआर के जांच कैसे हो रही है? यह समझा जा सकता है।
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