ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। चार दिन पूर्व ई-रिक्शा चालक की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
हत्या का कारण अनुसूचित जाति की युवती को भगा ले जाकर उसके साथ शादी करना बताया गया है। हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मृतक की पत्नी का भाई, जीजा तथा मामा का लड़का शामिल है।
खरगूपुर थाना क्षेत्र के ग्राम इटहिया नवीजोत के निकट एक गन्ने के खेत में एक युवक की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। शव के पास ही एक ई-रिक्शा पाया गया था।
मृतक युवक 6 दिसंबर को ई-रिक्शा लेकर निकला था, लेकिन वह 2 दिन बाद भी वापस नहीं लौटा और उसका मोबाइल फोन भी बंद था।
अज्ञात युवक की लाश मिलने के बाद स्थानीय थाना क्षेत्र के विशनापुर गांव निवासी कृष्णावती ने उसकी पहचान अपने पति संतोष कुमार पासवान के रूप में की थी। घटना के बाबत उसने अज्ञात हत्या आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
प्रभारी निरीक्षक शतानंद पांडेय ने बताया कि करीब तीन साल पूर्व विशनापुर गांव की कृष्णावती वर्मा नामक युवती को संतोष द्वारा भगा ले जाया गया था।
दोनों बलरामपुर कोतवाली देहात क्षेत्र के काशीराम आवास में किराए पर रहते थे। संतोष ई-रिक्शा चालक था, जिसका खरगूपुर क्षेत्र में भी आना-जाना रहता था।
इसकी जानकारी कृष्णावती के घर वालों को हो गई और वे एक रणनीति के तहत संतोष पासवान को ई-रिक्शा सहित हत्या वाले स्थल पर ले गए और उसकी बांके से गला काटकर हत्या कर दी।
उक्त हत्या की घटना के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक ने प्रभारी निरीक्षक सदानंद पांडेय के साथ ही चौकी प्रभारी भवनियापुर खुर्द प्रतीक पांडेय, चौकी प्रभारी जानकीनगर हरिद्वार तिवारी, हेड कांस्टेबल राकेश यादव, अरुण कुमार गौतम की टीम बनाई थी।
घटना के चार दिन बाद तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिसमें कृष्णावती का भाई राधिका वर्मा, जीजा छेदीलाल वर्मा निवासी शिव सहाय पुरवा तथा उसके मामा का पुत्र भगवानदीन वर्मा निवासी शिवगढ़ थाना खरगूपुर को रविवार झाली धाम मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया, जिनकी निशानदेही पर घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त बांका बरामद किया गया।
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