Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

UP ELECTION 2022 : सैय्यद सालार मसऊद गाज़ी की दरगाह पहुंचे बसपा प्रत्याशी ने मांगी देश से कोरोना के खात्मे व अमन चैन कायम रहने की दुआएं

सलमान असलम 

बहराइच। उत्तर प्रदेश में विधानसभा 2022 आम चुनाव का बिगुल बज चुका है। 


ऐसे में चुनावी रण में अपनी किस्मत आजमा रहे राजनेताओं ने भी जनता के बीच पहुंचकर जनसंपर्क शुरू कर दिया है। 


निर्वाचन आयोग की ओर से आदर्श आचार संहिता के दौरान 23 जनवरी तक चुनावी जनसभाओं व रैलियों एवं नुक्कड़ सभाओं पर रोक लगाई गई है।


कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत प्रत्याशियों को 5 लोगों के साथ जनसंपर्क करने की अनुमति है। ऐसे में जिले में राजनेताओं ने लोगों से जनसंपर्क शुरू किया है। 


बहराइच सदर विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी की ओर से मोहम्मद नईम खान को अपना उम्मीदवार घोषित किया गया है। जबकि अन्य राजनीतिक दलों द्वारा अभी तक बहराइच सदर विधानसभा से किसी भी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की गई है। 


बसपा प्रत्याशी लगातार लोगों के बीच पहुंचकर जनसंपर्क कर सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की बात कहते हुए अपनी नीतियां जन जन तक पहुंचा रहे हैं। 


वहीं दूसरी ओर टिकटों के लिए अपनी दावेदारी करने वाले अन्य राजनीतिक दलों के प्रत्याशी भी जोर आजमाइश में जुटे हैं।

              


देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिले में ही कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 500 के पार पहुंच गया है। इसकेे साथ ही कंटेनमेंट जोन की संख्या भी 200 पार पहुंच चुकी है। 


लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शनिवार को सैय्यद सालार मसऊद गाजी की दरगाह पर पहुंचे युवा नेता नईम खान ने देश के करोड़ों के खात्मे की दुआएं मांगते हुए देश व प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी और चादर चढ़ाई। 


इस दौरान श्री नईम ने कहा कि कोरोना काल के दौरान हजारों परिवारों ने अपनों को खोया है और विषम परिस्थितियों में इंसान ही इंसान के काम आता है। 


उन्होंने कहा कि हमें जाति धर्म और कट्टरवादी सोच से ऊपर उठकर सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय वाली नीति अपनानी चाहिए और सदैव एक दूसरे का सम्मान करते हुए सहयोग करना चाहिए। 


फिलहाल बसपा उम्मीदवार के लगातार किए जा रहे जनसंपर्क अभियान से सदर विधानसभा सीट की चुनावी गणित बदलने लगी है। 


बता दें कि सदर विधानसभा सीट पर बीते 25 सालों से समाजवादी पार्टी का कब्जा था। वहीं साल 2017 में सपा का तिलिस्म तोड़ते हुए भाजपा प्रत्याशी ने सदर विधानसभा सीट पर अपना कब्जा किया था। 


लगातार सदर विधानसभा क्षेत्र की आम जनता के बीच पहुंच रहे बसपा प्रत्याशी के जनसंपर्क में चुनावी समीकरण बिगाड़ दिए हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 

Below Post Ad

5/vgrid/खबरे