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BALRAMPUR:पायनियर पब्लिक स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन


अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज मे गुरुवार को लोहरी त्यौहार के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।



जानकारी के अनुसार 13 जनवरी को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में ‘‘लोहड़ी‘‘ का त्योहार मनाया गया। 


इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें बच्चों को बताया कि लोहड़ी उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है। यह मकर संक्रान्ति के एक दिन पहले मनाया जाता है। 


लोहड़ी के त्योहार को रात्रि में खुले स्थान में परिवार और आस-पड़ोस के लोग मिलकर आग के किनारे घेरा बना कर बैठते है। इस समय रेवड़ी मूंगफली लावा आदि खाए जाते है। यह मुख्यतः पंजाब का पर्व है। 


लोहड़ी से संबद्ध परंपराओं एवं रीति-रिवाजों से ज्ञात होता है कि प्रागैतिहासिक गाथाएँ भी इससे जुड़ गई है। दक्ष प्रजापति की पुत्री सती के योग अग्नि-दहन की याद में ही यह अग्नि जलाई जाती है। इस अवसर पर विवाहित पुत्रियों को माँ के घर से ‘के इस त्योहार पर (वस्त्र, मिठाई, रेवड़ी फलादि) भेजा जाता है। 


यज्ञ के समय अपने जामाता शिव का भाग न निकालने का दक्ष प्रजापति का प्रायश्चित ही इसमें दिखाई पड़ता है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में ‘खिचड़वार‘ और दक्षिण भारत के ‘पोंगल‘ पर भी-जो ‘लोहड़ी‘ के समीप ही मनाए जाते है-विवाहित बेटियों को भेंट दी जाती है। 


लोहड़ी से 20-25 दिन पहले ही बालक एवं बालिकाएँ ‘लोहड़ी‘ के लोकगीत गाकर लकड़ी और उपले इकट्ठे करते है। खुले स्थान पर आग जलाई जाती है तथा प्रत्येक परिवार अग्नि की परिक्रमा एवं पूजा-पाठ करते है। लोहड़ी त्योहार के उत्पत्ति के बारे में काफी मान्यताएं है, जो की पंजाब के त्योहार से जुड़ी हुई मानी जाती हैं। 


लोहड़ी का त्योहार पंजाबियों तथा हरयानी लोगों का प्रमुख त्योहार माना जाता है। यह लोहड़ी का त्योहार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्म काश्मीर और हिमांचल प्रदेश में बडे ही धूम-धाम तथा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। 


‘‘लोहड़ी‘‘ त्योहार के अवसर पर विद्यालय में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रमों के तहत भाषण प्रतियोगिता तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 


भाषण प्रतियोगिता के अर्न्तगत प्रियश प्रसून मिश्रा, अल्ताफ रहमानी, ताउत प्रवीन, अंशिका यादव एवं आयुशी श्रीवास्तव नें इस त्योहार की मान्यताओं पर अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया। तत्पश्चात् सांस्कृतिक कार्यक्रम में अन्तर्गत ‘सुन्दर मुडेरिया हो‘ के ‘जदोये पहुँची यह लोहड़ी‘ नामक पंजाबी गीत पर छात्राओं में अर्चना मिश्रा, अरबिया रहमानी, साक्षी त्रिपाठी, मंदिरा शुक्ला तथा अंशिका पाण्डेय, छात्रों में दिव्यांशु द्धिवेदी, अवधेश प्रताप सिंह, अखिलेश यादव, मो0 लारिब तथा संशाक यादव नें एक सुंदर एवं मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करके सभी दर्शकों का मन मोह लिया। 


‘लोहड़ी‘‘ त्योहार के अवसर पर विद्यालय के सह निर्देशक आकाश तिवारी, अध्यक्ष डा0 पी0एन0 तिवारी, कोषाध्यक्ष मीता तिवारी, उपाध्यक्ष शैलेश तिवारी, उप प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, शिखा पाण्डेय अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), अशोक कुमार शुक्ला, ए0के0 तिवारी, टी0एन0 शुक्ल, मेराज अहमद, पूनम चौहान, राजमणि, लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, विश्वनाथ तिवारी, अखिलेश शुक्ला, कपिल निषाद, विश्वनाथ तिवारी, आकृष्ट शुक्ला, डी0डी0 पाण्डेय, शालिनी शुक्ला, तौफीक अहमद, दुर्गा प्रसाद यादव, आशुतोष मिश्रा, अशोक चौहान (पी0टी0आई0) वली आलम, राजीव श्रीवास्तव एवं मनोज शुक्ला ने बबच्चो के साथ उपस्थित होकर ‘‘लोहड़ी‘‘ त्योहार को मनाया गया।

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