वेद व्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ के अष्टभुजा नगर मैं श्री राम कथा अमृत वर्षा 22 मार्च से श्रीराम वह हैं, जिसका जन्म मरण नहीं है। राम का आशय ईश्वर है ब्रह्म है।
आम जनमानस में भगवान श्री सीता राम के चरित्र के विभिन्न आयामों को उद्घाटित करने के निमित्त अष्टभुजा नगर क्षेत्र में 17वीं नौ दिवसीय श्रीराम कथा अमृत वर्षा का शुभारंभ दिनांक 22 मार्च मंगलवार से प्रारंभ होगा।
श्रीराम कथा का समापन 30 मार्च को तथा 31 मार्च को सामूहिक हवन एवं उसके उपरांत विशाल सामूहिक भंडारे का आयोजन किया गया है।
यह सूचना देते हुए श्री राम कथा सत्संग समिति, अष्टभुजा नगर, प्रतापगढ़ के वरिष्ठ सदस्यों सदाशिव पांडे, गुरु शरण मिश्रा, अनूप कुमार श्रीवास्तव, श्रीकृष्ण कांत तिवारी, रामेंद्र मिश्रा, जन्मेजय सिंह, मृत्युंजय सिंह, संदीप तिवारी, जगत नारायण पांडे आदि ने अवगत कराया कि गत 16 वर्षों से नियमित व निर्बाध श्री राम कथा अमृत वर्षा, अष्टभुजा नगर क्षेत्र में आयोजित की जा रही है।
यह कथा परम पूज्य ब्रह्मलीन स्वामी श्री विनोदानंद जी महाराज के आशीष से नियमित संचालित होती आ रही है, जिसमें देश के विभिन्न संत कथावाचकों द्वारा कथा वाचन किया गया है।
इस वर्ष महामृत्युंजय मठ उज्जैन से स्वामी श्री प्रणव पुरी जी महाराज कथा व्यास के रूप में उपस्थित हो रहे हैं और इनके द्वारा श्री रामचरितमानस के विभिन्न प्रस॔गों एवं कथाओं से समाज व जनमानस को लाभान्वित किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि अष्टभुजानगर क्षेत्र में आयोजित होने वाले श्री राम कथा अमृत वर्षा में जनपद के विभिन्न स्थानों से कथा श्रवण का लाभ लेने के लिए महिलाएं पुरुष एकत्रित होते हैं।
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